किसने बचाई अमित शाह की जिंदगी…

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा कि मैं ममता जी को बताना चाहता हूं कि आप सिर्फ 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और भाजपा देश के सभी राज्यों में चुनाव लड़ रही है । मगर कहीं पर भी हिंसा नहीं हुई, लेकिन बंगाल में हर चरण में हिंसा हुई इसका साफ़ मतलब है कि हिंसा TMC कर रही है।

ममता बनर्जी पर बड़ा आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि टीएमसी के गुंडों ने ही उनकी बाइक और गाड़ियां जलाईं थी । यहां तक कि खुद उनकी जान को भी खतरा पैदा हो गया था। शाह के मुताबिक , अगर कल CRPF नहीं होती तो उनका जिंदा निकलना मुश्किल था।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सुबह से पूरे कोलकाता में चर्चा थी कि यूनिवर्सिटी के अंदर से आकर कुछ लोग दंगा करेंगे। पुलिस ने कोई जांच नहीं की और न ही किसी को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई। जहां ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा रखी है वो जगह कमरों के अंदर है। कॉलेज बंद हो चुका था, सब लॉक हो चुका था, फिर किसने कमरे खोले। ताला भी नहीं टूटा है, फिर चाबी किसके पास थी। कॉलेज में टीएमसी का कब्जा है।वोटबैंक की राजनीति के लिए महान शिक्षाशास्त्री की प्रतिमा का तोड़ने का मतलब है कि टीएमसी की उल्टी गिनती शुरू हो गई।

शाह ने चुनाव आयोग पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में चुनाव आयोग मूक दर्शक बना है। चुनाव आयोग ने तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। मैं पूछना चाहता हूं कि क्यों चुनाव आयोग चुप बैठा है? इन सब के बाद चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। शाह ने कहा कि जिस प्रकार से बंगाल के अंदर हिंसा का तांडव चला है, मेरा मीडिया के मित्रों से भी अनुरोध है कि इस पर पूरे देश का ध्यान आकृष्ट करना चाहिए।

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