आखिर बोल पड़े मनमोहन सिंह….

देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लगातार कई तरह की राजनीतिक आलोचनाओं का सामना करना पड़ा और उसमें से एक थी मौन मनमोहन । यानी मनमोहन सिंह को नहीं बोलने के लिए या यूं कहे कि उनके कार्यकाल में लगातार आ रहे घोटालों और अन्य खबरों पर उनकी चुप्पी को लेकर उन पर तंज कसा जाता रहा है । गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर मनमोहन सिंह पर मौन रहने को लेकर सबसे तीखा हमला नरेन्द्र मोदी बोला करते थे। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मौन मनमोहन जैसे शब्दों के सहारे मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी दोनों पर ही निशाना साधते थे। ऐसे में नरेन्द्र मोदी सरकार पर मनमोहन सिंह का हमला बोलना अपने आप में बड़ी खबर बन गया है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए क्योंकि पांच साल का उनका कार्यकाल भारत के युवाओं, किसानों, व्यापारियों और हर लोकतांत्रिक संस्था के लिए ‘‘सर्वाधिक त्रासदीपूर्ण और विनाशकारी’’रहा है।  उन्होंने कहा कि लोगों ने ऐसी सरकार को बाहर करने का मन बना लिया है जो ‘‘समावेशी विकास में विश्वास नहीं रखती है और केवल वैमनस्य की बलिवेदी पर अपने राजनीतिक अस्तित्व को लेकर चिंतित रहती है।’’ मोदी सरकार पर अपना सबसे जबरदस्त हमला करते हुए सिंह ने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों में भ्रष्टाचार की ‘‘बदबू’’ को ‘‘अकल्पनीय अनुपात’’ तक पहुंचा दिया। यानी मनमोहन सिंह अब भ्रष्टाचार को लेकर ही मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं।

मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए आंतरिक सुरक्षा के मसले पर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा।

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