देश में चुनाव का माहौल अपने चरम पर है । पहले चरण का मतदान हो चुका है । दूसरे चरण के मतदान के लिए आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है । बीजेपी और कांग्रेस के नेता जिस तरह से देशभर में बड़े पैमाने पर चुनाव प्रचार कर रहें है , रैलियां कर रहे हैं उससे आपको यह लग रहा होगा कि इन दोनो में से ही कोई एक या शायद बीजेपी देश की सबसे अमीर पार्टी है। अगर आप भी ऐसा ही सोच रहे है तो हम कहेंगे कि गलत सोच रहे हैं।
बैंक बैलेंस में मायावती की पार्टी है सबसे अमीर
चुनाव आयोग को राजनीतिक पार्टियों द्वारा सौंपी गयी अपनी आय संबंधी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा अमीरी के मामले में सबसे ऊपर है। उसका बैंक बैलेंस तमाम दूसरी पार्टियों से ज्यादा है। बसपा ने 25 फरवरी को चुनाव आयोग को अपनी एक्सपेंडीचर रिपोर्ट सौंपी है जिसके अनुसार दिल्ली एनसीआर स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के आठ बैंकों में उसके खाते हैं, जिनमें 669 करोड़ रुपये जमा हैं और उसके पास 95.54 लाख रुपये नकद हैं। दिलचस्प बात तो यह है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में देश की इस सबसे अमीर पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा सपा और रालोद के साथ गठबंधन कर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ रही है ।
बैंक बैलेंस के मामले में सपा है दूसरे स्थान पर
बैंक बैलेंस के मामले में मायावती की सहयोगी समाजवादी पार्टी दूसरे स्थान पर है । उसके बैंक खातों में 471 करोड़ रुपये हैं । पिछले साल मप्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में हुए विस चुनाव के दौरान पार्टी की बैंक में जमा राशि 11 करोड़ रुपये घट गई । सपा का कहना है कि उसके 11 करोड़ रुपये नवंबर-दिसंबर महीने में चार राज्यों में हुए चुनाव के दौरान खर्च हो गये।
बसपा, सपा के बाद कांग्रेस
बैंक बैलेंस के मामले में बसपा और सपा के बाद कांग्रेस तीसरे स्थान पर है। उसके बैंक खातों में 196 करोड़ रुपये हैं । हालांकि यह जानकारी नवंबर में कर्नाटक विस चुनाव के बाद आयोग को दी गयी जानकारी पर आधारित है। पार्टी ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिली जीत के बाद अपने बैंक खातों में मौजूद नकदी को अपडेट नहीं किया है।