मिशन राष्ट्रपति पर लगे पीएम मोदी , डिनर डिप्लोमेसी से शुरूआत

 

 

दिल्ली

केन्द्र में मिले ऐतिहासिक बहुमत के बाद अब देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में मिली बंपर जीत से उत्साहित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब अपनी विचारधारा का राष्ट्रपति बनाने के मिशन में जुट गये है । इसकी शुरूआत मोदी आज शाम डिनर डिप्लोमेसी से करने जा रहे है । प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को एनडीए के एक अहम बैठक की अध्यक्षता करने जा रहे है । गौरतलब है कि 2014 में सत्ता संभालने के बाद एनडीए की ये दूसरी बैठक है । आने वाले समय में सत्तारूढ़ गठबंधन की सियासी रणनीति के मद्देनजर बैठक को काफी अहम माना जा रहा है । अन्य दलों से बात करने से पहले बीजेपी अपने सहयोगी दलों के मूड का भांप लेना चाहती है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर वो क्या सोच रहे हैं ।

सोमवार शाम होने वाली डिनर बैठक में एनडीए के सभी घटक दलों के नुमाइंदों के अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होने जा रहे हैं । इनमें जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं । कई सीएम प्रधानमंत्री के साथ अलग से भी बैठक कर सकते हैं। उनके अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मीटिंग में शिरकत करेंगे ।

माना जा रहा है कि बैठक में देश के ताजा सियासी हालात और भविष्य में गठबंधन की रणनीति पर चर्चा होगी । इसके अलावा केंद्र सरकार के अब तक के कामकाज की समीक्षा भी होगी । लेकिन बैठक का मुख्य एजेंडा राष्ट्रपति के उम्मीदवार के नाम पर विचार करना है । इसके अलावा बैठक में केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय के उपायों पर भी चर्चा होगी। साथ ही किसानों की कर्ज माफी जैसे मुद्दे भी उठ सकते हैं ।

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बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी रात्रि भोज पर सभी मेहमानों की मेजबानी करेंगे । बीजेपी नेता वेंकैया नायडू के मुताबिक , ‘इस तरह की बैठकें संसद के हर सत्र के बाद होती हैं । हमारे सहयोगियों की तादाद लगातार बढ़ रही है । बैठक में सरकार के विकास के एजेंडा को आगे बढ़ाने पर बातचीत होगी ।‘

पिछले कुछ वक्त से बीजेपी और शिवसेना के बीच रिश्तों में तल्खी बढ़ी है। पार्टी के सांसद रवींद्र गायकवाड पर एअर इंडिया की पाबंदी के बाद शिवसेना ने बैठक के बहिष्कार की धमकी दी थी , लेकिन बैन हटने के बाद उद्धव ठाकरे भी बैठक में शामिल हो रहे हैं ।  गौरतलब है कि शिवसेना ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को उम्मीदवार बनाने की हिमायत करके पहले से ही एनडीए का राष्ट्रपति बनाने की मुहिम छेड़ दी है । बीजेपी और शिवसेना को मिलाकर कुल 32 पार्टियों के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल होगें ।