राष्ट्रपति चुनाव – मोदी को चाहिए कितने वोट ?

दिल्ली

देश को अगला राष्ट्रपति मिलने में अभी दो महीने बाकी हैं लेकिन इस बार केन्द्र में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार चला रही बीजेपी कोई चूक नहीं करना चाहती है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बार राष्ट्रपति भवन में अपनी विचारधारा के व्यक्ति को बैठाना चाहते है और इस अभियान में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी पूरी तरह से उनके साथ खड़े है । इसी पर विचार विमर्श के लिए प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को एनडीए के सभी 33 घटक दलों के नेताओं की बैठक भी हुई थी । दरअसल , इस बार बीजेपी चुनाव से पहले ही जोर-शोर से वोटों के जुगाड़ में जुट गई है ।

आइए अब आपको आंकड़ों के लिहाज से बताते है कि राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर किस दल का पलड़ा कितना भारी है।

लोकसभा का गणित – 
लोकसभा की कुल सदस्या संख्या फिलहाल 545 हैं । इसमें से तीन सीटें खाली हैं और दो एंग्लो इंडियन समुदाय के सदस्यों को वोट करने का अधिकार नहीं है तो सदन की संख्या 540 हुई । इसमें एनडीए के कुल 339 सांसद हैं जिनमें दो मनोनीत सदस्य हैं । ऐसे में चुनाव में वोट देने वाले एनडीए सांसदों की संख्या केवल 337 रह जाती है । हर सांसद के वोट का मूल्य 708 होता है । इस तरह लोकसभा में एनडीए के कुल 2 लाख 38 हजार 596 वोट हुए ।

राज्यसभा का गणित – 
245 सांसदों वाली राज्यसभा में ओडिशा और मणिपुर की एक-एक सीट खाली है । इसके बाद 243 सांसद बचे जिसमें से 12 मनोनीत सदस्य हैं । एनडीए के कुल 74 सांसद हैं, चार मनोनीत हैं तो बचे 70 सांसद । एक वोट का मूल्य 708 होता है । इस हिसाब से राज्यसभा में एनडीए के 49 हजार 560 वोट हुए ।

इसे भी पढ़ें :  हज यात्रा को ऑनलाइन करने से बिचौलियों का हुआ सफाया-मुख्तार अब्बास नकवी

विधायकों का गणित – 
राष्ट्रपति के लिए सांसद के साथ विधायक भी वोट डालते हैं ।  29 राज्यों में से 17 राज्यों में एनडीए की सरकार है । सभी राज्य मिलाकर एनडीए के पास कुल 1805 विधायक हैं । सांसदों के वोट का मूल्य निश्चित है लेकिन विधायकों के वोट का मूल्य अलग-अलग राज्यों की जनसंख्या के अनुसार होता है । जैसे सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट का मूल्य 208 है तो सबसे कम जनसंख्या वाले प्रदेश सिक्किम के वोट का मूल्य मात्र 7 हैं । विधायकों के वोट का हिसाब करें तो एनडीए के 1805 विधायकों के वोटों का मूल्य 2 लाख 44 हजार 436 है ।

एऩडीए का गणित –
लोकसभा और राज्य सभा के कुल मिलाकार 771 सांसद हैं । इस हिसाब से कुल 5 लाख 45 हजार 868 वोट होते हैं । जबकि पूरे देश में 4120 विधायक हैं । विधायकों के कुल वोट 5 लाख 47 हजार 786 हैं । देश में कुल वोट हैं 10 लाख 93 हजार 654 और जीत के लिए आधे से एक ज्यादा यानी 5 लाख 46 हजार 828 वोट चाहिए ।

एनडीए के सांसद और विधायकों का वोट जोड़कर 5 लाख 32 हजार 592 हुआ, यानी एनडीए को अभी जीत के लिए और 14 हजार 236 वोट चाहिए । अगर हम यह मान ले कि उपचुनाव की सभी सीटों पर बीजेपी जीत जाती है तो तीन सांसदों के 2124 वोट और 10 राज्यों की 12 विधानसभा सीटों के 1388 वोट को जोड़ दें तो कुल 3512 वोट होते हैं । इसे जोड़ने के बाद भी एनडीए को 10 हजार 724 वोट और चाहिए और इन्हीं वोटों के जुगाड़ के लिए बीजेपी को बड़े स्तर पर माथा-पच्ची करनी है ।

इसे भी पढ़ें :  लोकसभा से फिर पास हुआ तीन तलाक का बिल , अब राज्यसभा में भी पास होने की बढ़ी उम्मीद