केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने मंगलवार को नई दिल्ली में इस्पात मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह में स्टार्ट-अप इंडिया पर आयोजित प्रतियोगिता ‘#myLOVESTEELidea’ के विजेताओं का अभिनंदन किया। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले, 2017 के दौरान इस्पात मंत्रालय द्वारा शुरू की गई इस प्रतियोगिता का लक्ष्य इस्पात पर आधारित नए कारोबारी विचारों को प्रोत्सोहित करना है।
प्रथम पुरस्कार दिल्ली के सुमित गुप्ता को दिया गया। किफायती बुनियादी आवास उपलब्ध कराने के लिए सोलर पैनल एवं बॉयो टॉयलेट युक्त इस्पात आधारित विस्तार योग्य छोटे घर बनाने से संबंधित उनके अभिनव विचार के लिए सुमित गुप्ता को यह पुरस्कार दिया गया है। दूसरा पुरस्कार तिरुवन्नतपुरम के हरीश एस. को ‘अलग भंडारण और विज्ञापन की सुविधा से युक्त स्टेनलेस स्टील के वेस्ट बिन’ के अभिनव डिजाइन से संबंधित उनके आइडिया के लिए दिया गया। बार-बार खुदाई के कारण नागरिकों को दैनिक जीवन में होने वाली परेशानी से बचाने के लिए सड़कों और अपार्टमेंट में भूमिगत स्थायी इस्पात नलिकाएं बिछाने से संबंधित अभिनव आइडिया के लिए गुजरात के नाडियाड शहर के वसीम मालेक को तीसरा पुरस्कार दिया गया।
इस प्रतियोगिता का आयोजन माईगव (MyGov) भारत सरकार के सहयोग से किया गया। इस्पात मंत्रालय का एक संगठन भारतीय इस्पात शोध एवं प्रौद्योगिकी मिशन (एसआरटीएमआई) इस प्रतियोगिता के विजेताओं को आवश्यक तकनीकी सहायता मुहैया कराएगा, ताकि उनकी परियोजनाओं पर काम को आगे बढ़ाया जा सके।
इस मौके पर बोलते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और कई ऐसे स्मार्ट विचार प्राप्त हुए जिनसे यह तथ्य परिलक्षित होता है कि एक सामग्री के रूप में इस्पात की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है और इसके अनगिनत उपयोग संभव हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक सामग्री के रूप में इस्पात का उपयोग पारंपरिक क्षेत्रों के अलावा कई अन्य क्षेत्रों में भी है। इस्पात की संपूर्ण उपयोगिता लागत, इसके टिकाऊपन,मजबूती और पर्यावरण अनुकूल विशेषता की बदौलत इस्पात निर्माण के साथ-साथ बुनियादी ढांचागत कार्यों में भी एक बेहतर विकल्प है।
इस्पात सचिव डॉ. अरुणा शर्मा, सेल के चेयरमैन और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।