सेना कमांडरों का द्विवार्षिक सम्मेलन 08 अप्रैल, 2019 को शुरू होगा। केन्द्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के उद्घाटन संबोधन के साथ ही सम्मेलन की शुरुआत होगी।
सम्मेलन के दौरान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की अध्यक्षता में वरिष्ठ कमांडर सेना की व्यवस्थाओं और संपूर्ण सेना के विशिष्ट मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।
सम्मेलन में मौजूदा सुरक्षा डायनामिक्स का प्रबंधन, आगामी सुरक्षा खतरों से निपटना और संभावित विरोधियों के मुकाबले लड़ाकू क्षमता बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
इसके अलावा योजना बनाने और उसके कार्यान्वयन के लिए उत्तरी सीमाओं पर क्षमता बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास, रणनीतिक रेलवे लाइनों की समीक्षा, महत्वपूर्ण गोला-बारूद की कमी को दूर करने के लिए सीमित बजट का अधिकतम उपयोग, सीमा सड़क संगठन परियोजनाओं से संबंधित मुद्दों, ईसीएचएस और संचालन, प्रशासन तथा सैनिकों के कल्याण से जुड़े अन्य मामलों पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी।
आपको बता दे कि सेनाध्यक्ष की अध्यक्षता में कॉलेजिएट विचार विमर्श के माध्यम से महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय के लिए सेना कमांडरों का द्विवार्षिक सम्मेलन आयोजित किया जाता है। यह भारतीय सेना की योजना और कार्यान्वयन प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।