हरमनप्रीत कौर (नाबाद 171) की आतिशी पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने छह बार के मौजूदा चैंपियन आस्ट्रेलिया को 245 रन पर आउट कर 36 रन से हराकर पहली बार महिला विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया । जहां उसका मुकाबला रविवार को लार्डस मैदान में मेजबान इंग्लैंड से होगा। इस जीत में भारत के सभी गेंदबाजों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया । दीप्ति शर्मा ने तीन विकेट जबकि झूलन गोस्वामी और शिखा पांडे ने दो-दो विकेट झटके. राजेश्वर गायकवाड़ और पूनम यादव ने एक-एक विकेट झटका।
हरमनप्रीत के अलावा कप्तान मिताली राज ने 36 जबकि दीप्ति शर्मा ने 25 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया। जिसकी बदौलत भारतीय टीम ने 42 ओवर में चार विकेट पर 281 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव साफ दिखायी दिया । शिखा पांडे ने अपने पहले और पारी के दूसरे ओवर में ही आस्ट्रेलियाई ओपनर मूनी (एक) को बोल्ड कर दिया। इसके बाद झूलन गोस्वामी ने कप्तान लेनिंग को खाता खोले बिना ही वापस पैवेलियन लौटाकर आस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर नौ रन कर दिया। दीप्ति शर्मा ने ओपनर बोल्टन (14) का अपनी ही गेंद पर कैच लेकर आस्ट्रेलिया को पूरी तरह बैकफुट पर खड़ा कर दिया।
अब आस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 21 रन हो गया। इसके बाद पैरी (38) और विलानी (75) ने चौथे विकेट के लिए 105 रन जोड़कर आस्ट्रेलियाई पारी को संभाला , लेकिन राजेर गायकवाड़ ने विलानी को मंधाना के हाथों कैच आउट कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद कोई भी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पायी। आखिरी विकेट के लिए ब्लैकवेल (90) और बीम्स (10) ने 7.4 ओवर में 76 रन जोड़कर रन अंतर को कम जरूर किया लेकिन जीत नहीं दिला सकीं।
इससे पहले सेमीफाइनल में वर्षा के कारण विलम्ब हुआ और ओवरों की संख्या घटाकर 42-42 कर दी गई। भारतीय कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हरमनप्रीत कौर ने करिश्माई बल्लेबाजी करते हुए मात्र 115 गेंदों पर 20 चौके और सात छक्के उड़ाते हुए नाबाद 171 रन की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेल डाली। हरमनप्रीत ने भारत को दो विकेट पर 35 रन की नाजुक स्थिति से उबारा और कप्तान मिताली (36) के साथ 66 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। मिताली 61 गेंदों में दो चौकों की मदद से 36 रन बनाकर आउट हो गई और भारत को स्कोर तीन विकेट पर 101 रन हो गया। ऐसे समय में हरमनप्रीत को दीप्ति शर्मा को शानदार साथ मिला और दोनों ने चौथे विकेट ले लिए की 137 रन की शतकीय साझेदारी कर भारत के स्कोर को मजबूती दे दी।
हरमनप्रीत ने अपना तीसरा शतक पूरा किया और फिर नाबाद 107 रन के अपने सर्वश्रेष्ठ स्कोर को कहीं पीछे छोड़ दिया । हरमनप्रीत अपना शतक पूरा करने के बाद और भी आक्रामक हो गई। उन्होंने 37वें ओवर में एश्ले गार्डनर की गेंदों पर दो छक्के और दो चौके उड़ाते हुए 23 रन बटोर डाले।