जन भागीदारी से ही संभव हो पाएगा जल संरक्षण – नितिन गडकरी

केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण, सड़क परिवहन तथा राजमार्ग एवं नौवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जल संरक्षण के लिए सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयासों में जन भागीदारी की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि समाज के संपूर्ण विकास के लिए जल संरक्षण अत्यधिक महत्वपूर्ण है। गडकरी ने वन रोपण पर विशेष जोर देने का आग्रह करते हुए कहा कि यह रोजगार का निर्माण करता है और संपन्नता बढ़ाता है।

अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस के मौके पर दिल्ली में ‘किसान की आय में जल की भूमिका’ विषय पर आयोजित फिक्की सम्मेलन को संबोधित करते हुए गडकरी ने गंगा तट पर स्थित ऊर्जा संयंत्रों का उदारहण दिया।

उन्होंने कहा कि नदी तट पर 24 ऊर्जा संयंत्र हैं जो गंगा नदी से पानी लेते हैं। उन्होंने कहा कि सीवर पानी को परिशोधन करके इन संयंत्रों को जलापूर्ति की जा सकती है। इसी प्रकार रेलवे और कृषि भी इस जल का उपयोग कर सकते हैं। इससे शुद्ध जल की मांग में कमी आएगी।

गडकरी ने समुद्र जल को मीठे जल में परिवर्तित करने की प्रणाली में लागत  कम करने का सुझाव दिया। इससे पेय जल का आपूर्ति बेहतर होगी तथा इसकी लागत में भी कमी आएगी।

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