दिल्ली
केन्द्र सरकार ने उन 13 हाईवे की पहचान कर ली है जिसे रनवे के तौर पर विकसित किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय और सड़क एवं परिवहन मंत्रालय में चर्चा के बाद पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 13 हाईवे को विकसित करने पर फैसला हुआ है , इन हाईवे का प्रयोग जरुरत पड़ने या इमर्जेंसी होने पर फाइटर प्लेन की लैंडिंग और टेकऑफ में किया जा सकेगा।
पाकिस्तान और चीन की से सटी सीमा पर जारी तनाव और सैन्य जरुरतों को ध्यान में रखकर भी इन हाईवे का चयन किया गया है। इनमें पाकिस्तान सीमा से सटे कश्मीर और राजस्थान के हाईवे शामिल है । साथ ही इनके चयन में देश के हर हिस्से/कोने की जरुरत को ध्यान में रखा गया है
यहां तक की प्राकृतिक आपदा या त्रासदी के दौरान इन हाईवे पर ट्रांसपोर्ट प्लेन भी उतारा जा सकेगा। दरअसल सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने रक्षा मंत्रालय को ऐसे 29 हाईवे की लिस्ट सौंपी थी जिसको रनवे के तौर पर विकसित किया जा सकता है । जिसके अध्ययन के बाद रणनीतिक और सामरिक जरुरतों के आधार पर रक्षा मंत्रालय ने 13 हाईवे को रनवे के तौर पर विकसित करने की सहमति दे दी है। रक्षा मंत्रालय ने लंबाई, चौड़ाई, मजबूती समेत रनवे के लिए जरुरी specifications भी सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को भेजी है।
अब सड़क एवं परिवहन मंत्रालय अगले तीन महीने में इन हाईवे पर काम शुरु करेगा । जिन 13 हाईवे का चयन किया गया है उनमें से 11 को NHAI और 2 को राज्य सरकारें डेवलप करेंगी।
जिन हाईवे को रक्षा मंत्रालय ने मंजूरी दी है उनमें—-
1. बिजबेहरा- चिनार बाग
2. बनिहाल- श्रीनगर
3. फलोदी- जैसलमेर
4. बाड़मेर- जैसलमेर
5. द्वारका- मलिया
6. लखनउ-बलिया
7. लखनउ-आगरा एक्सप्रेसवे( ट्रायल हो चुका है )
8. Kharagpur- Balasore
9.Kharagpur- Keonjhar
10. Nellore- -Ongole
11. Ongole- Chikaluripet
12. Chennai- Pondicherey( closer to pondichery)
13. Kodiakkarrai- Ramanathapuram