प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर फिर से पर्चा भर दिया है। उनके नामांकन के दौरान कलेक्ट्रेट में बीजेपी के सहयोगी दलों के शीर्ष नेताओं के अलावा कई केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता भी मौजूद रहे।
नामांकन करके बाहर निकले पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा कि ये जो प्यार काशीवासियों ने दिया है, उसके लिए मैं आभार प्रकट करता हूं। 12-15 घंटे का रोड शो सिर्फ काशीवासी ही कर सकते हैं। मैं सभी मतदाताओं से अपील करता हूं कि जहां-जहां भी मतदान बाकी है, वहां बड़ी संख्या में मतदान करें। मतदान एक उत्सव है। बड़ी संख्या में मतदान करें।
पीएम ने कहा कि ऐसा माहौल कुछ लोग अब बनाने लगे हैं कि मोदी जी तो जीत गए और अब वोट नहीं करोगे तो चलेगा। कृपया करके ऐसे लोगों की बातों में मत आइए। मतदान आपका हक है। लोकतंत्र एक उत्सव है। अधिक से अधिक मतदान करना चाहिए देश को मजबूत करने के लिए।
कलेक्ट्रेट पहुंचकर मोदी ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद भी लिया। उन्होंने एक महिला प्रस्तावक के भी पैर छुए। पीएम मोदी ने नामांकन के पहले और बाद में कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद एनडीए के दिग्गज नेताओं से मुलाकात भी की।
पीएम मोदी ने अपना नामांकन दाखिल करने से पहले काल भैरव मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। उससे पहले उन्होंने बीजेपी के बूथ कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के सभी कार्यकर्ताओं को मेरा आभार. मैं भी बूथ का कार्यकर्ता रहा हूं। मुझे भी दीवारों पर पोस्टर चिपकाने का मौका मिला था। उन्होंने अंत में मंच से कहा मेरा बूथ सबसे मजबूत। पीएम ने हर हर महादेव का जयघोष किया।
इस बार पीएम मोदी के प्रस्तावकों की सूची में 7 नाम शामिल हैं। इनमें ठुमरी गायिका और उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की मानद बेटी पद्मश्री सीमा घोष का नाम भी शामिल है। इसमें एक डोमराजा परिवार से जुड़े सदस्य के साथ, एक चौकीदार, संघ से जुड़े वरिष्ठ नेता और एक महिला का नाम प्रस्तावित किया गया है।
बता दें कि पीएम मोदी ने वीरवार को वाराणसी में 7 किमी लंबा रोड शो किया था। रोड शो के बाद शाम को उन्होंने गंगा आरती में भी हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव दो सीटों वाराणसी और वडोदरा से लड़ा था। दोनों सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने बाद में वड़ोदरा सीट छोड़ दी थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, बिहार सीएम नीतीश कुमार, शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे, असम सीएम सर्वानंद सोनेवाल, एलजीपी चीफ रामविलास पासवान, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, हेमा मालिनी, जयाप्रदा, मनोज तिवारी, रवि किशन, दिनेश लाल यादव निरहुआ समेत कई दिगग्ज नेता इस मौके पर मौजूद रहे।