फेसबुक पर सख्त हुई मोदी सरकार

फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे भारतीयों के डाटा चोरी के मामले में भारत की नरेन्द्र मोदी सरकार ने कड़ा स्टैंड अख्तियार कर लिया है । मोदी सरकार ने फेसबुक को नोटिस जारी कर कई सवाल पूछे हैं। सरकार ने फेसबुक से पूछा है कि क्या भारतीय वोटरों और यूजर्स के पर्सनल डाटा का इस्तेमाल कैम्ब्रिज एनालिटिका या किसी अन्य फर्म ने किया है ? अगर हां तो ऐसा कैसे हुआ ? क्या फेसबुक पर मौजूद डाटा का इस्तेमाल भारतीय चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए किया गया है ?

केन्द्रीय संचार और सूचना तकनीक मंत्रालय ने फेसबुक को 7 अप्रैल , 2018 तक इन सभी सवालों का जवाब देने का निर्देश दिया है । सरकार ने यह भी पूछा है कि फेसबुक ने इस तरह के डाटा के दुरूपयोग को रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाए है ?

कैम्ब्रिज एनालिटिका डाटा मामले में विसलब्लोअर वाइली ने इस एजेंसी द्वारा भारत में किए गए चुनाव कार्यों का ब्योरा सार्वजनिक कर दिया , जिसके बाद से ही देश में राजनीतिक तूफान मच गया है । बताया जा रहा है कि इस कंपनी का इस्तेमाल कर भारत में चुनाव को प्रभावित किया गया ।

इससे पहले वाइली ने ब्रिटिश संसद में दिए अपने बयान में दावा किया था कि एनालिटिका का भारत में भी ऑफिस था और इसने यहां काफी काम किया था। वाइली ने ब्रिटिश सांसदों को बताया था कि उनकी कंपनी ने भारत में भी काम किया है और उनके मुताबिक भारत में कांग्रेस उनकी ग्राहक थी।

बीजेपी इस मुद्दें को जोर-शोर से उठा कर यह साबित करने की कोशिश कर रही है कि कांग्रेस इस एजेंसी के सहारे 2019 का लोकसभा चुनाव जीतना चाहती है । वहीं कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी इसी एजेंसी के सहारे 2014 का चुनाव जीती है । हालांकि इस बीच एक ऐसी तस्वीर भी सामने आई है जिसमें एनालिटिका के दफ्तर में कांग्रेस का एक पोस्टर लगा दिखाई दे रहा है ।

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