सेना के बारे में दिये गये अपने नेताओं की लगातार बयानबाजी से कांग्रेस पिछले कई महीनों से परेशान है । इसे लेकर उसे मोदी सरकार के मंत्रियों और बीजेपी नेताओं की आलोचना का ही सामना नहीं करना पड़ता बल्कि सेना के रिटायर्ड अधिकारियों और समाज के अलग-अलग वर्गों की तरफ से भी कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ता है ।
हाल ही में कांग्रेस के पूर्व सासंद संदीप दीक्षित द्वारा आर्मी चीफ की तुलना सड़क के गुंडे से कर दी गई । जाहिर है हर तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आनी थी और आई भी । केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने तो बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग की ।
चारों ओर से आलोचना का सामना कर रहे कांग्रेस की तरफ से खुद राहुल गांधी सामने आये । उन्होने अपनी पार्टी के बयानवीर नेताओं को नसीहत देते हुए इस तरह के बयानों को गलत बताया और साथ ही निर्देश भी दिया कि सेना को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए ।