मोदी मंत्रिमंडल का होने वाला है विस्तार

संसद के मानसून सत्र के बाद मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है । सूत्रों के मुताबिक अगस्त के दूसरे सप्ताह में यह फेरबदल हो सकता है । आपको बता दे कि संसद का मानसून सत्र 11 अगस्त को खत्म हो रहा है ।  केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरने के साथ ही अब केन्द्र सरकार में चार अहम मंत्रालय खाली हो गये है जिनका प्रभार अलग-अलग मंत्रियों को दिया गया है ।  वेंकैया नायडू सरकार में अब तक दो अहम मंत्रालय संभाल रहे थे । उनके इस्तीफे के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की जिम्मेदारी केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी को सौंपी गई है वहीं शहरी विकास मंत्रालय का प्रभार वर्तमान ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को सौंपा गया है ।

मनोहर पर्रिकर के रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से ही रक्षा मंत्रालय का प्रभार भी वित्त मंत्री अरूण जेटली ही देख रहे है । पाकिस्तान और चीन सीमा पर बढ़ रहे तनाव के मद्देनजर देश में लगातार एक पूर्णकालिक रक्षा मंत्री की मांग हो रही है। वहीं हाल ही में केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे की मृत्यु के बाद से ही उनके मंत्रालय का प्रभार केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ही देख रहे हैं ।

सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल विस्तार में कई नेताओं को संगठन से लाकर मंत्री बनाया जा सकता है वहीं कई मंत्रियों को सरकार से हटा कर संगठन में भी भेजने की तैयारी हो रही है । पार्टी के एक कद्दावर महासचिव को रक्षा मंत्रालय देने की तैयारी की जा रही है ।  हाल ही में बीजेपी और संघ के बड़े नेताओं की बैठक में इस फेरबदल पर चर्चा भी हुई थी।  बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश , छत्तीसगढ़ , गुजरात , कर्नाटक, राजस्थान , मिजोरम , नागालैंड , मेघालय और त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह फेरबदल किया जायेगा ।

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इसके अलावा दक्षिण भारत और तटीय राज्यों को भी तवज्जों दिया जायेगा जहां कि 120 ऐसी सीटों पर अमित शाह फोकस करने जा रहे हैं जो अब तक कभी भी बीजेपी या जनसंघ नहीं जीत सकी है । आपको बता दे कि 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस तरह की 120 सीटों पर ज्यादा फोकस करने की रणनीति पहले ही बना चुके हैं क्योंकि बीजेपी यह मान कर चल रही है कि राजस्थान , उत्तर प्रदेश , मध्य प्रदेश , बिहार , छत्तीसगढ़ और गुजरात जैसे राज्यों में 2014 का प्रदर्शन दोहरा पाना आसान नहीं हैं।

दरअसल ,मोदी सरकार में पिछला मंत्रिमंडल फेरबदल बीते साल जुलाई में हुआ था, इसमें मोदी ने 19 चेहरों को शामिल किया था । पर्यावरण राज्य मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की रैंक को कैबिनेट मंत्री का किया गया था वहीं इसमें पांच  राज्य मंत्रियों को हटा दिया गया था।