दिल्ली
देश में संसद से लेकर पंचायत तक एक साथ चुनाव कराने को लेकर भाजपा नेतृत्व ने बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की परिषद् की बैठक में चर्चा की । इसके लिए 2018, 2019 और 2022 की संभावनाएं तलाशने पर पार्टी ने बुधवार को पार्टी के नये केन्द्रीय कार्यालय से मंथन शुरू कर दिया हैं । बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक में यह एजेंडा सबसे उपर था जिसके लिए माहौल तैयार करने का टॉस्क मोदी-शाह की जोड़ी ने अपने मुख्यमंत्रियों को सौंप दिया है।
बुधवार को नई दिल्ली में हुई मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में केंद्र की पांच प्रमुख योजनाओं नमोकेयर, आवास योजना, सौभाग्य, न्यूनतम समर्थन मूल्य और देश के पिछड़े 100 जिलों के तेजी से विकास के लिए बनाये गए योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर भी चर्चा की गई ।
भाजपा के नए मुख्यालय में शाम चार बजे से रात नौ बजे तक चली बैठक में पार्टी के 13 राज्यों के मुख्यमंत्री और 6 उप मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी के अलावा संगठन महासचिव रामलाल, भूपेंद्र यादव और विनय सहस्त्रबुद्धे मौजूद थे।
बैठक में देश में बड़े बदलाव वाली प्रमुख योजनाओं पर चर्चा की गई और सभी राज्यों से इनके अभी तक के क्रियान्वयन पर रिपोर्ट ली गई । इनमें दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना नमोकेयर को प्रभावी ढंग से लागू करने को लेकर राज्यों से पूछा गया कि वे किस तरह से इसे लागू करेंगे ।
हर गांव व हर घर को चौबीसों घंटे बिजली के लिए सौभाग्य योजना, 2022 तक सभी बेघरों को घर देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना व किसानों को उनकी लागत से डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने पर भी मुख्यमंत्रियों को तेजी से समयबद्ध तरीके से काम करने के निर्देश दिए गए।