न्यूयार्क ,
यूट्यूब के लाखों निर्माताओं के लिए इसके लिए वीडियो बनाना न सिर्फ रचनात्मक काम है, बल्कि आय का एक जरिया भी है। लेकिन अब यूट्यूब के वीडियो निर्माता तब तक कमाई नहीं कर पाएंगे, जब तक उनका चैनल 10,000 व्यूज हासिल न कर ले।
यूट्यूब ने अपनी ‘यूट्यूब पार्टनर कार्यक्रम (वाईपीपी)’ में बदलाव किया है, जिसे साल 2007 में शुरू किया गया था। यूट्यूब पर कोई भी व्यक्ति अपना वीडियो अपलोड कर सकता है और उसके वीडियो के साथ विज्ञापन दिखाए जाते हैं, जिसकी कमाई का हिस्सा वीडियो निर्माता को भी यूट्यूब देती है। लेकिन अब किसी वीडियो के 10,000 व्यूज से ज्यादा होने पर ही यट्यूब उसके निर्माता को कमाई का हिस्सा देगी।
यूट्यूब ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि हम वाईपीपी वीडियो पर तब तक विज्ञापन जारी नहीं करेंगे, जब तक उसे 10,000 व्यूज नहीं मिल जाते। यह नई शुरुआत हमें चैनल की वैधता निर्धारित करने के लिए पर्याप्त समय देगा। साथ ही इससे हमें यह पुष्टि करने में भी मदद मिलेगी कि चैनल हमारे दिशानिर्देशों और विज्ञापनकर्ताओं की नीतियों के अनुरूप हैं कि नहीं। पोस्ट में आगे कहा गया कि 10,000 व्यूज पार होने के बाद निर्माताओं को उनके 10,000 व्यूज तक की कमाई का भी हिस्सा दिया जाएगा।