राजीव गांधी की हत्या में उम्र कैद की सजा काट रहे रॉबर्ट पाइअस ने तमिलनाडु सरकार को चिट्ठी लिखकर दयामृत्यु मांगी है । उसका कहना है कि वो पिछले 27 साल से जेल में है और उसकी जिंदगी का अब कोई मकसद नहीं रह गया है ।
रॉबर्ट ने अपने पत्र में लिखा कि मैं 27 साल से जेल में हूं । मैं सरकार की मंशा समझ सकता हूं और मेरे परिवार का कोई सदस्य मुझे देखने भी नहीं आया है , अब मेरी जिंदगी का कोई मतलब नहीं है ।
उसने कहा कि 1999 में जब उसे दोषी ठहराया गया था तब भी उस पीठ के एक जज ने कहा था कि वो निर्दोष है । इसके बाद भी वो जेल में है । चूंकि वो कभी भी जेल से बाहर नहीं आने वाला, इसलिए प्रार्थना है कि उसे दयामृत्यु दे दी जाए ।
चेन्नई की जेल में बंद रॉबर्ट ने लिखा कि 2014 में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने हमें रिलीज करने की कोशिश की लेकिन अब मैं समझता हूं कि सरकार चाहती है कि मेरी बाकी जिंदगी कैद में ही गुजरे । ये सिर्फ मुझे ही नहीं मेरे परिवार पर भी असर डाल रहा है । इसलिए मुझे दयामृत्यु दी जाए ।
रॉबर्ट पाइअस श्रीलंकाई तमिल है जो एलटीटीई की कमांडो टीम का सदस्य था । उसने पुलिस के सामने कबूला था कि वो राजीव गांधी की हत्या के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक था । 21 मई 1991 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या हुई । इसमें जिन 7 लोगों को दोषी ठहराया गया उनमें रॉबर्ट भी शामिल था ।