वाघा सीमा पर लहराया सबसे ऊंचा तिरंगा

वाघा सीमा पर रविवार को देश का सबसे ऊंचा तिरंगा फहराया गया है। भारत-पाक सीमा पर इस ध्वज के फहराए जाने के साथ ही वाघा सीमा का नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। माना जा रहा है कि 360 फुट ऊंचे इस ध्वज को लाहौर से भी देखा जा सकेगा। पहले ही दिन राष्ट्रीय ध्वज को सलाम करने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे। पंजाब के नगर निकाय मंत्री अनिल जोशी ने इस ध्वज को फहराया। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आईजी बीएसएफ मुख्यालय सुमेर सिंह भी यहां पहुंचे। सीमा पर सबसे ऊंचा तिरंगा फहराने की बात पहले उन्हीं के मन में आई थी। उस समय वह बीएसएफ में डीआईजी, बॉर्डर रेंज थे। उन्होंने निकाय मंत्री अनिल जोशी से संपर्क कर इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजा था।

तीन साल के लिए देश के सबसे ऊंचे तिरंगे के रखरखाव का जिम्मा होशियारपुर की भारत इलेक्ट्रॉनिक कंपनी ने लिया है । तिरंगा फहराए जाने के बाद बीएसएफ के छह जवानों ने सबसे पहले सलामी दी।

सबसे ऊंचा तिरंगा फहराने पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई है। पाक रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल से शिकायत भी दर्ज कराई है। उसने अंतरराष्ट्रीय संधि के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए झंडे को हटाने की मांग की है।

हालांकि पाकिस्तान के ऐतराज को खारिज करते हुए भारत ने कहा है कि झंडे को जीरो लाइन से 200 मीटर पहले लगाया गया है। इससे किसी भी प्रकार की अंतरराष्ट्रीय संधि का उल्लंघन नहीं हो रहा है। पंजाब सरकार के मंत्री अनिल जोशी ने कहा कि हमें अपनी जमीन पर झंडा फहराने से कोई नहीं रोक सकता।

इसे भी पढ़ें :  केंद्रीय शिक्षक पात्रता ( CTET ) की परीक्षा 31 जनवरी 2021 को - एग्जाम सेंटर बदलने की भी मिली सुविधा

-360 फुट ऊंचा ध्वज फहराकर बनाया विश्व रिकॉर्ड
-3.50 करोड़ रुपये का खर्च किया निर्माण पर
-55 टन लोहे से पोल को खड़ा करने के लिए मंच तैयार
-60 लाख रुपये किराए पर पोल खड़ा करने के लिए हाइड्रोलिक क्रेन मंगवाई
-120 फुट चौड़ा और 80 फुट ऊंचा है राष्ट्रीय ध्वज
-तिरंगे का पोल 350 फुट ऊंचा और 110 फुट मोटा हैं।
-12 तिरंगे झंडे रिजर्व में रखे गए हैं, ताकि खराब होने पर बदला जा सके ।