विराट-रहाणे ने तोड़ा कंगारुओं का गुरूर, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर भारत का कब्जा

धर्मशाला: विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने श्रीलंका को उसी की धरती पर साल 2015 में हराकर टेस्ट सीरीज जीत का जो सिलसिला शुरू किया था, वह अनवरत जारी है । दुनिया की नंबर वन टीम इंडिया ने अब विश्व की नंबर दो टीम ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर लगातार सातवीं सीरीज अपने नाम कर ली है । मंगलवार को भारत ने धर्मशाला में कंगारू टीम को 8 विकेट से हरा दिया । इसके साथ ही उसने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर भी कब्जा कर लिया, जो ऑस्ट्रेलिया के पास थी । रवींद्र जडेजा को इस मैच और पूरी सीरीज में ऑलराउंड खेल के लिए मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया. जडेजा ने सीरीज में 25 विकेट लिए और 127 रन बनाए. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह सीरीज रोमांच से भरपूर रही । जहां पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज की, वहीं दूसरे टेस्ट में भारत ने वापसी की, जबकि तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा. ऐसे में धर्मशाला टेस्ट सीरीज के लिहाज से निर्णायक हो गया था । टीम इंडिया को सीरीज पर कब्जा करने के लिए 106 रनों की जरूरत थी, जो उसने 2 विकेट खोकर हासिल कर लिए । लोकेश राहुल (51) और अजिंक्य रहाणे (38 रन, 27 गेंद, 4 चौके, 2 छक्के) नाबाद लौटे ।

लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन भारत ने दो विकेट मुरली विजय (8) और चेतेश्वर पुजारा (0) के खोए । वैसे इस मैच में कप्तानी अजिंक्य रहाणे ने की । माना जा रहा था कि विराट कोहली की गैर-मौजूदगी में टीम इंडिया दबाव में आकर बिखर जाएगी, लेकिन रहाणे ने खबसूरती से टीम को लीड किया । वैसे भी इस सीरीज में विराट का बल्ला खामोश ही रहा । हालांकि उन्होंने टीम को आक्रामक नेतृत्व दिया । भारत के स्टार स्पिनर आर अश्विन ने सीरीज में 21 विकेट लिए ।

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टीम इंडिया ने आखिरी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी साल 2012-13 में 4-0 से जीती थी, लेकिन साल 2014 में ऑस्ट्रेलियाई धरती पर खेली गई सीरीज में उसे 2-0 से हार का सामना करना पड़ा था । इस प्रकार यह ट्रॉफी इस सीरीज से पहले तक कंगारुओं के पास ही थी । इसकी शुरुआत 1996-97 में हुई थी, तब से अब तक 13 सीरीज खेली जा चुकी हैं । इनमें से 7 सीरीज टीम इंडिया ने जीती हैं, तो 5 ऑस्ट्रेलिया के नाम रहीं । 2003-04 की सीरीज ड्रॉ रही थी।

टीम इंडिया ने विराट की कप्तानी में लगातार 6 टेस्ट सीरीज जीतीं थीं. यह सिलसिला श्रीलंका के खिलाफ साल 2015 सीरीज जीत (2-1) से शुरू हुआ था. उसके बाद टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका (3-0), वेस्टइंडीज (2-0), न्यूजीलैंड (3-0), इंग्लैंड (4-0) और फिर बांग्लादेश (1-0) को हराया ।

 

हालांकि इस मैच में टीम इंडिया को जीत के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा । पहले दो दिन दोनों टीमों के बीच जोरदार संघर्ष देखने को मिला था । लेकिन तीसरे दिन के खेल में टीम इंडिया पूरी तरह हावी नजर आई और ऐसा रवींद्र जडेजा के ऑलराउंड प्रदर्शन के कारण संभव हुआ । जडेजा ने 63 रन बनाने के बाद गेंद से भी धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया । इसमें तेज गेंदबाज उमेश यादव और रविचंद्रन अश्विन का भी अहम योगदान रहा ।

इस सीरीज में टीम इंडिया की ओर से जहां कप्तान विराट कोहली का बल्ला खामोश रहा है, वहीं लोकेश राहुल और चेतेश्वर पुजारा ने शानदार खेल दिखाया । चेतेश्वर पुजारा दूसरे टॉप स्कोरर रहे, जिन्होंने 6 पारियों में एक शतक के साथ 405 रन ठोके। नंबर वन पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ रहे । स्मिथ ने विवादों के बीच अपना फॉर्म जारी रखते हुए तीन शतकों की मदद से 7 पारियों में 482 रन ठोके । राहुल सीरीज के तीसरे टॉप स्कोरर रहे । उन्होंने 6 पारियों में अब तक 393 रन बनाए , उनका बेस्ट 90 रन रहा ।

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