दिल्ली के सरकारी स्कूल जल्द ही सौर ऊर्जा की रोशनी से जगमग हो सकते हैं, क्योंकि दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की सरकार सभी सरकारी स्कूलों की इमारतों की छतों पर फोटो वोल्टाइक पैनल स्थापित करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। यह कदम दिल्ली सरकार के राष्ट्रीय राजधानी को सोलर सिटी बनाने वाले प्रमुख कार्यक्रम को गति देगा। राज्य सरकार की सौर नीति में 2015 तक सौर ऊर्जा के जरिए 2,000 मेगावाट बिजली पैदा करने का लक्ष्य है।
इस तरीके से शुरू में सरकार की नजर 20 से 30 मेगावाट सौर ऊर्जा पैदा करने पर है। इस परियोजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के बाद सरकार इसे और आगे बढ़ाएगी। सरकार इस कोशिश में है कि स्कूलों की इमारतों का अधिक से अधिक इस्तेमाल सौर बिजली पैदा करने में किया जा सके और इन भवनों को ग्रीन बिल्डिंग में बदला जा सके।
दरअसल, ज्यादातर सरकारी स्कूलों की इमारतें विशाल समतल छतों वाली हैं और इनकी कोई दीवार नहीं है, जो बड़ा छायामुक्त क्षेत्र प्रदान करता है और सोलर पैनलों को सूर्य के अधिकतम प्रकाश का लाभ मिलता है। यह स्थिति सौर ऊर्जा के उत्पादन के अनुकूल है।