2018 से मार्च की बजाए फरवरी में होगी CBSE की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा

दिल्ली

सीबीएसई ने अपने परीक्षा कार्यक्रम में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है । आने वाले वर्ष में अब बोर्ड परीक्षाएं मार्च की बजाय उससे एक महीने पहले फरवरी में ही होंगी । सीबीएसई के चेयरमेन राकेश कुमार चतुर्वेदी ने बोर्ड के फैसले की जानकारी देते हुए कहा है कि 2018 से बोर्ड परीक्षा में यह नया बदलाव लागू होगा।

आपको बता दे कि अभी तक परीक्षा कार्यक्रम मार्च-अप्रैल के हिसाब से तय होता था । परीक्षा मार्च में शुरू होकर अप्रैल तक होती थी । लेकिन नया परीक्षा कार्यक्रम 30 दिन के हिसाब से तय होगा । 30 दिन में परीक्षा संपन्न करानी होगी।

अब 15 फरवरी से परीक्षा शुरु होकर 15 मार्च तक हर हाल में संपन्न करानी होगी । परीक्षा कार्यक्रम में किए जा रहे बदलाव के बारे में चेयरमेन का कहना है कि ऐसा करने से परीक्षा की कॉपियों को जांचने के लिए पूरा वक्त मिल जाएगा ।

इससे कॉपियों की जांच में आने वाली खामियों और परेशानियों को दूर करने में तो मदद मिलेगी ही साथ ही रिजल्ट जारी होने पर छात्रों को भी कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी । उनके मुताबिक जो रिजल्ट अभी तक मई के तीसरे या चौथे सप्ताह में जारी हुआ करता था वो अब नए कार्यक्रम के अनुसार मई के दूसरे सप्ताह तक आ जाया करेगा ।

आइये अब आपको बताते हैं बोर्ड के फैसले की वजह और इसके पक्ष में दिये जाने वाले तर्क –

  1. सीबीएसई का कहना है कि अंकों के मूल्यांकन में किसी तरह की गलती न हो इसी को ध्यान में रखते हुए परीक्षा के साइकल को एक महीने पहले किए जाने की तैयारी हो रही है।
  2. साथ ही परीक्षा की पूरी प्रक्रिया जो अभी 45 दिनों तक चलती है उसे भी घटाकर एक महीने में खत्म करने पर विचार किया जा रहा है।
  3. परीक्षा एक महीने पहले कराने से नतीजों की घोषणा की तारीख भी एडवांस हो जाएगी।
  4. बोर्ड का ऐसा मानना है कि परीक्षा के नतीजे जल्दी घोषित करने से भी CBSE के बच्चों को अंडरग्रेजुएट कोर्स के ऐडमिशन प्रोसेस में समय रहते शामिल होने में काफी मदद मिलेगी।
  5. सीबीएसई के नतीजों में गड़बड़ी का मुद्दा सामने आने के बाद मूल्यांकन की प्रक्रिया में सुधार करने के मद्देनजर ही सीबीएसई परीक्षा को एक महीने पहले आयोजित करवाने के बारे में सोच रहा है। बोर्ड के चेयरपर्सन चतुर्वेदी के मुताबिक , ‘अप्रैल महीने तक वेकेशन्स शुरू हो जाते हैं और अनुभवी शिक्षक उपलब्ध नहीं होते। लिहाजा मूल्यांकन को मध्य मार्च तक ले जाने से हमें उत्तर पुस्तिकाएं चेक करने के लिए बेस्ट टीचर्स मिल जाएंगे। ‘
  6. अप्रैल में स्कूल की छुट्टियों के वक्त मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए स्कूल्स बोर्ड को अस्थायी, ऐडहॉक और नए शिक्षक देते हैं क्योंकि अनुभवी शिक्षक छुट्टी पर होते हैं और वे सहायता करना नहीं चाहते।
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