लखनऊ में हरिशंकरी का रोपण कर वृक्षारोपण महाकुंभ की शुरुआत करेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ

भारत छोड़ो आंदोलन की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर लगाए जाएंगे उत्तर प्रदेश में 22 करोड़ पौधे . प्रयागराज में गंगा यमुना तट पर स्थित परेड ग्राउंड में निशुल्क पौध वितरित करेंगे सीएम योगी . 22 करोड़ के लक्ष्य को लेकर सरकार ने प्रत्येक ग्राम पंचायत का बनाया माइक्रो प्लान . वृक्षारोपण अभियान चुनावी पैटर्न के आधार पर होगा संचालित.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारत छोड़ो आंदोलन की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित वृक्षारोपण महाकुंभ के अंतर्गत 22 करोड़ पौध रोपण अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके साथ ही प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल कासगंज में स्थित गंगा वन में पौध रोपित करेंगी। ये जानकारी लोकभवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने पत्रकारों को संबोधित करने के दौरान दी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के जैतीखेड़ा में हरिशंकरी का रोपण कर अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री प्रयागराज में गंगा यमुना तट पर स्थित परेड ग्राउंड में निशुल्क पौध वितरित करेंगे। 8 घंटे में एक ही स्थल पर सर्वाधिक संख्या में निशुल्क पौध वितरित किए जाने का उत्तर प्रदेश सरकार विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रही है।

मंत्री दारा सिंह ने बताया कि पिछली बार सरकार ने बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया था और इस बार अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ने की तैयारी है। ग्राम पंचायत स्तर पर लगाए गए पेड़ो में जियो टैगिंग भी की जाएगी। इससे उसकी प्रमाणिकता बनी रहेगी, ये टैगिंग जीपीएस के माध्यम से की जाएगी। 22 करोड़ के लक्ष्य को लेकर सरकार ने प्रत्येक ग्राम पंचायत का माइक्रो प्लान बनाया है जिसके तहत किसानों के साथ मिलकर पौधरोपण कराएंगे। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान में बीडीसी, प्रधान से लेकर बीडीओ तक रहेंगे। प्रदूषण मुक्ति, गिरते भूगर्भ जल स्तर बचान के लिए ये अभियान जरुरी है। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा सागौन, सहजन, यूके लिप्टस ,आम ,महुआ ,जामुन ,अमरूद समेत सैकड़ों प्रजातियों के पौधे बांटे जाएंगे।

मंत्री दारा सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत पंजीकृत किसानों और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को भी वृक्षारोपण अभियान के साथ जोड़ा जा रहा है। इसके साथ ही पौधों की सही देखभाल के लिए ट्री गार्जियन बनाए गए हैं। पूरा अभियान चुनावी पैटर्न के आधार पर संचालित किया जा रहा है।

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