लखनऊ में बारिश के बीच मोदी ने किया योग

लखनऊ

बुधवार को लखनऊ में बारिश के बीच पीएम नरेन्द्र मोदी ने रमाबाई अंबेडकर पार्क पहुंच कर येग किया । इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ,  गवर्नर राम नाइक समेत बीजेपी के कई मंत्री मौजूद रहे। लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “उतार-चढ़ाव के बीच योग जीवन जीने की कला सिखाता है। विश्व के कई देश योग के चलते भारत से जुड़ने लगे हैं।” योगी ने कहा, “दुनिया में 200 से ज्यादा देश आज योग कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्रीजी के साथ योग करते हुए आप इसे जन आंदोलन बनाएंगे।”

 
मोदी के कथन –
– लखनऊ की धरती से प्रणाम करता हूं। योग की एक विशेषता है, मन को स्थिर रखने की, किसी भी प्रकार के उतार चढ़ाव के बीच भी स्वस्थ मन के साथ जीने की कला योग से सीखने से मिलती है।
– आज मैं लखनऊ के इस विशाल मैदान में हजारों लोगों को देख रहा हूं। ये लोग एक ही संदेश दे रहे हैं कि जीवन में योग का महत्व भी है तो बारिश आ जाए तो योग दरी का इस्तेमाल कैसे हो सकता है। लगातार बारिश के बीच भी आप सब यहां डटे हुए हैं योग के महत्व को बल देने का आपका यह प्रयास अभिनंदनीय है।
– योग स्वयं भी व्यक्ति से समष्टि तक की यात्रा है। एक समय ऋषियों की साधना का ही मार्ग हुआ करता था। सदियां बदलती गईं, आज योग घर-घर का हिस्सा बन रहा है।
– दुनिया के अनेक देश जो हमारी भाषा, संस्कृति नहीं जानते लेकिन योग के कारण पूरा विश्व भारत के साथ जुड़ने लगा है। यूनाइटेड नेशन ने जब योग को मान्यता दी, तब से दुनिया का शायद ही कोई देश हो जहां योग का कार्यक्रम न होता हो। इसके प्रति जागरुकता न बढ़ी हो।
– पिछले तीन साल में बहुत बड़ी मात्रा में योग टीचरों की मांग बढ़ी है। विश्व में एक नया जॉब मार्केट तैयार हो रहा है।
 – दो साल पहले यूनेस्को ने भारत के योग को मानव संस्कृति की एक अमर विरासत के रूप में मान्यता दी। विश्व के संगठन, स्कूलों-कॉलेजों में बच्चों को योग की ट्रेनिंग मिले और धीरे-धीरे वो जीवन का हिस्सा बनें, इसकी आवश्यकता बढ़ी है। हमारी भावी पीढ़ियां हमारे पुराने विज्ञान से परिचित हों।
– समय के साथ बदलाव होते रहे हैं। लोग उसमें कुछ न कुछ जोड़ते रहे हैं। योग का भी विकास और विस्तार होता रहा है। इसलिए इस महत्वपूर्ण अवसर पर लोगों से योग को जीवन का हिस्सा बनाने की अपील करता हूं।
– हम योग के अभ्यासू बन सकते हैं। जीवन में जब हम पहली बार योग करते हैं, तब हम जानते हैं कि शरीर के अनेक अंग सुसुप्त अवस्था में पड़े होते हैं वो सक्रिय हो जाते हैं।- लोग मुझसे पूछते हैं कि योग की आप बड़ी चर्चा करते हैं। मैं कहता हूं कि नमक सबसे सस्ता होता है, लेकिन दिनभर भोजन में नमक न हो तो स्वाद और शरीर की अंत: रचना को चोट पहुंचती है। उसका महत्व कोई नकार नहीं सकता है। उसकी जरूरत नकार नहीं सकता। जीवन में नमक नहीं होने से जीवन नहीं चलता है। ऐसा ही योग का स्थान भी जीवन में बना सकते हैं।

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– कोई जरूरी नहीं घंटों योग करें, सिर्फ 50-60 मिनट योग कर सकते हैं।