पैगंबर मुहम्मद के वंशज भारत दौरे पर

पैगंबर मोहम्मद के वंशज जॉर्डन के किंग भारत की 3 दिवसीय यात्रा पर आए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पर किंग अब्दुल्ला द्वितीय का स्वागत किया। आपको बता दे कि जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय पैगंबर मुहम्मद के 41वीं पीढ़ी के वंशज है। उन्हें वैश्विक स्तर पर कट्टरवाद और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए जाना जाता है।  वे येरुशलम की सबसे पवित्र मस्जिद अल-अक्शा मस्जिद के संरक्षक है जो इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थल है।

इस्लाम की विरासत पर दिल्ली में देंगे संबोधन

1 मार्च को किंग अब्दुल्ला कल्चरल सेंटर में इस्लाम की विरासत पर कॉन्फ्रेंस में खास संबोधन देंगे। इसी दौरान वे इस्लाम के विचार और कुरान को लेकर एक किताब का भी विमोचन करेंगे। दोनों देशों के बीच बातचीत से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जॉर्डन के किंग को भोज देंगे। किंग बुधवार को दिल्ली के आईआईटी भी जाएंगे। 28 मार्च को ही भारत के व्यापारिक संगठन भारत-जॉर्डन बिज़नेस फोरम की सीईओ स्तर की बैठक भी होगी।

मोदी के दौरे पर 18 दिन बाद भारत आए जॉर्डन के किंग

जॉर्डन की यात्रा के समय 18 दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें भारत यात्रा का निमंत्रण दिया था। जिसे स्वीकार करते हुए किंग 300 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत पहुंचे हैं। उनकी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा , हेल्थकेयर और आई टी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी।

आतंकवाद के खिलाफ है किंग अब्दुल्ला

मिडल ईस्ट में जॉर्डन , भारत का ऐसा पार्टनर है जो इस्रायल , फिलिस्तीन और अरब देशों के बीच संतुलन बनाता है। किंग खुद आतंकवाद के खिलाफ खड़े हुए है ऐसे में वो आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे भारत की मदद कर सकते हैं। दोनों देशों के बीच सालाना 10 हज़ार करोड़ रुपए का कारोबार होता है और इस लिहाज से जॉर्डन भारत का चौथा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर हैं।

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