यूपी शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को चिट्ठी लिख कर हिंदुओं को उनकी ज़मीन वापस करने को कहा है। उन्होंने नौ ऐसे मंदिरों की लिस्ट भेजी है जिनको तोड़कर मुस्लिम बादशाहों ने मस्जिद बनवा दिया था। रिज़वी की मानें तो कुतुबमीनार पर भी मुसलमानों का हक़ नहीं है।
क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने 1206 में जैन मंदिरों को तोड़ कर इसे बनाया था । 1526 में बाबर के सेनापति मीर बाक़ी ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद भी मंदिर तोड़ कर बनाई गई थी । रिज़वी कहते हैं, “किसी भी कब्ज़ा की गई ज़मीन पर इबादतगाह बनाना शरीयत के ख़िलाफ़ है, वहां नमाज़ अदा नहीं हो सकती है ।” उन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष राबे हसन नदवी को चिट्ठी लिखी है। मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब ने वाराणसी में विश्वनाथ मंदिर तुड़वाकर मस्जिद बनवाया था । रिज़वी ने इस मस्जिद को हिंदुओं को सौंप देने को कहा है।
आपको बता दे कि विश्व हिंदू परिषद का यह नारा भी रहा है , “अयोध्या तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा अभी बाक़ी है ।” रिज़वी का दावा है कि औरंगज़ेब ने मथुरा में भी केशव मंदिर की जगह पर मस्जिद बनवाई थी । आपको बता दे कि रिज़वी और विवादों का पुराना रिश्ता रहा है। वे बाबरी मस्जिद को अयोध्या के बाहर लखनऊ में बनाने की मांग करते रहे हैं । मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से भी रिज़वी का छत्तीस का नाता रहा है।
शिया वक़्फ़ बोर्ड ने जिन नौ मस्जिदों/मीनारों को हिंदुओं को वापस देने को कहा है उनमें-
1.राम मंदिर, अयोध्या, यूपी
2.केशव देव मंदिर, मथुरा, यूपी
3. अटाला देव मंदिर, जौनपुर, यूपी
4. रूद्र महालया मंदिर, बाटन, गुजरात
5. काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी, यूपी
6. भद्रकाली मंदिर, अहमदाबाद, गुजरात
7. अदीना मस्जिद, पंडुवा, पश्चिम बंगाल
8. विजया मंदिर, विदिशा, मध्य प्रदेश
9. मस्जिद क़ुतबुल इस्लाम, क़ुतुब मीनार, दिल्ली