अमेरिका , रूस और चीन के बाद इस क्षमता से लैस होने वाला दुनिया का चौथा देश बना भारत
भारत ने किस माहौल में परमाणु परीक्षण किया था , यह हममें से ज्यादातर लोगों को पता होगा। अमेरिकी जासूसी सैटेलाइट की वजह से नरसिम्हा राव सरकार के समय यह मिशन लीक हो गया था और अमेरिकी दबाव में भारत को अपने परमाणु परीक्षण कार्यक्रम को टालना पड़ा था।
यहां तक कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय भी भारत को बहुत ही गुप्त तरीके से परमाणु परीक्षण की योजना बना कर उसे अमलीजामा पहनाना पड़ा क्योंकि डर इस बात का था कि कहीं यह पूरी योजना फिर से लीक न हो जाए। आसमान से अमेरिकी सैटेलाइट लगातार भारत की जासूसी कर रहा था और भारत इसे रोकने के लिए कुछ भी नहीं कर सकता था।
लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों की सालों की मेहनत और वर्तमान सरकार की दृढ़ता की वजह से भारत ने अब ऐसी शक्ति हासिल कर ली है कि कोई भी देश अब अंतरिक्ष से भारत की निगरानी करने से पहले कई बार सोचेगा क्योंकि भारत भी अब अंतरिक्ष में किसी भी सैटेलाइट को मिसाइल से मार गिराने में सक्षम हो गया है।
‘मिशन शक्ति’ की सफलता के बाद अब कोई भी देश हमारी सुरक्षा में सैटेलाइट के जरिए सेंध नहीं लगा सकता। अगर कोई देश ऐसा दुस्साहस करता है तो उसके सैटेलाइट को मार गिराया जाएगा। ऐसा बहुत बार देखने में आया है कि शक्तिशाली देश सैटेलाइट के जरिये किसी भी देश की जासूसी कर लेते हैं।
एंटी सैटेलाइट हथियार, का सफलतापूर्वक परीक्षण भारत के लिए गौरव की बात है। तकनीकी क्षमता जांचने के लिए भारत ने जो सेसैटेलाइट गिराया है, वह किसी दूसरे देश का नहीं है। यह संभावित है कि इसरो ने उसे एक-दो माह पहले अंतरिक्ष में भेजा हो।