चिली की टीम ने 5वें मिनट में ही मारिया माल्डोनाडो की ओर से दागे गए गोल की बदौलत बढ़त हासिल की। इस बढ़त को चिली की टीम ने दूसरे क्वॉर्टर तक इस बढ़त को बनाए रखा। हालांकि, 22वें मिनट में भारतीय टीम को पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने का मौका मिला था, लेकिन इसमें टीम को सफलता हासिल नहीं हुई। भारतीय टीम को इस हार से 41वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर किए गए अनुपमा बार्ला के गोल ने बचाया। इस गोल के कारण दोनों टीमों के बीच स्कोर निर्धारित समय तक 1-1 से बराबरी पर रहा।
खिताबी मुकाबले के परिणाम और विजेता टीम के चयन के लिए दोनों टीमों को 3-3 शूटआउट करने का मौका दिया गया। भारतीय टीम की ओर से कप्तान रानी और मोनिका ने सफल तरीके से गोल किया और गोलकीपर सविता द्वारा चिली के गोलों को असफल किए जाने के कारण 2-0 से बढ़त हासिल की। इस बीच, चिली की खिलाड़ी कैरोलिन ग्रासिया ने टीम के लिए एक गोल किया, लेकिन दीपिका ने सफल रूप से भारत के खाते में तीसरा गोल भी डाला। इस तरह भारत ने इस खिताबी मुकाबले में 3-1 से जीत हासिल की। भारतीय टीम ने हॉकी वर्ल्ड लीग राउंड-2 के सेमीफाइनल मुकाबले में जीत हासिल करने के साथ ही महिला वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफाइनल टूर्नमेंट में स्थान हासिल कर लिया था।