उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री आवास, 5 कालीदास मार्ग पर मंगलवार को साहब श्री गुरुनानक देव जी महाराज के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित महान कीर्तन दरबार एवं लंगर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत सरकार ने श्री गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को लेकर एक कमेटी गठित की है। कमेटी ने इस पूरे कार्यक्रम में सबकी सहभागिता सुनिश्चित की है, जिसमें सभी राज्य सरकारें सहभागी बनेंगी। देश का सबसे बड़ा राज्य होने के नाते यह गौरव हमें भी प्राप्त हो रहा है। जिसके तहत हम यहां मिल बैठकर कीर्तन का आयोजन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव का कार्यक्रम पूरी भव्यता एवं दिव्यता के साथ मनाया जाना चाहिए। गुरु परम्परा से जुड़े पर्व और त्यौहार सिर्फ सिख समाज तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि पूरे भारतीय समाज को मनाना चाहिए। श्री गुरुनानक देव जी से जो परम्परा प्रारम्भ हुई और श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज तक जो शक्ति पुंज बनकर उभरा था, वह केवल खालसा पंथ और सिख समाज के लिए नहीं था, बल्कि इस देश और धर्म की रक्षा के लिए उभरा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरुनानक देव जी से जुड़े हुए स्थलों के विकास के बारे में समाज और सरकार को मिलकर एक कार्य योजना बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम श्री गुरुनानक देव जी से जुड़े हुए उन स्थलों के बारे में सोचें, जो उत्तर प्रदेश के अन्दर हैं। उनका विकास कैसे हो, वहां पर आने वाले श्रद्धालुजनों की बुनियादी सुविधाओं के लिए हम क्या कर सकते हैं। इसको लेकर मैंने पंजाबी अकादमी, पर्यटन विभाग, सूचना विभाग और अन्य सभी संबंधित विभागों से कहा है कि इस बारे में एक ठोस कार्य योजना बनाकर इस योजना को लागू करें। श्री गुरु नानक जी का संदेश मानवता के लिए पूरे भारत का संदेश है। भक्ति, शक्ति, पुरुषार्थ और परिश्रम के हर क्षेत्र में सिख समाज आगे दिखता है।
अपने संबोधन से पहले मुख्यमंत्री ने करीब 1 घंटे तक कीर्तन और शबद सुना। इसके बाद उन्होंने सिख समाज के संतों को अंग वस्त्र देकर उन्हें सम्मानित किया। वहीं सिख समाज के लोगों ने मोमेंटो तो मंत्री बलदेव सिंह औलख ने मुख्यमंत्री को सिरोपा भेंट किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य, नगर विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के साथ कई कैबिनेट मंत्री और सिख समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे। कार्यक्रम समापन के बाद अपने मंत्रियों एवं सिख समाज के संतों के साथ मुख्यमंत्री ने जमीन पर बैठकर लंगर प्रसाद ग्रहण किया।