यूपी में जनता क्यों निकाल रही है थानेदारों की बारात

कहते है पुलिस की न दोस्ती अच्छी न दुश्मनी लेकिन,कानपुर देहात में इन दिनों अलग ही तस्वीरे देखने को मिल रही है। जहाँ एक के बाद एक थानेदारो की बारातें निकालने में लगे है,क्षेत्र के लोग।

पीछे बाराती , आगे बैण्ड बाजा.. आए दूल्हे राजा पर पर यहां दूल्हे राजा दुल्हन को लेने नही आए है, न ही यह किसी की शादी है,बल्कि यह है सिकन्दरा थाना क्षेत्र के थानाध्यक्ष शिवकुमार राठौर साहब जिनका ट्रांन्सफर दूसरे थाने में हो गया जिसको लेकर क्षेत्र के लोगो ने उन्हें विदाई दी है बारात निकाल कर। इससे दो दिन पहले भी इसी तरह की विदाई मंगलपुर थाना प्रभारी को दी गई थी।

कहते है पुलिस की न दोस्ती अच्छी न दुश्मनी लेकिन,कानपुर देहात में इन दिनों अलग ही तस्वीरे देखने को मिल रही है। जहाँ एक के बाद एक थानेदारो की बारातें निकालने में लगे है,क्षेत्र के लोग। इसे प्यार कहे या डर यह तो नही समझ आ रहा लेकिन बग्गी पर बैठकर क्षेत्र में घूम रहे थाना प्रभारियों के लिए ये उनके जीवन की मिशाल के रूप में एक कहानी जरूर बन गई है।

जहां एक थाने से दूसरे थाने में ट्रांसफर हो रहे थानाध्यक्षों से क्षेत्र की जनता या तो इनसे परेशान थी या बहुत लगाव हो गया था।एसपी अनुराग वत्स ने जंहा लगभग हर थानों के थानाध्यक्ष को स्थांतरण किया।लेकिन क्षेत्र की जनता अपने थानाध्यक्ष की विदाई बारात निकाल कर कर रहे है जहां घोड़े की बग्गी है और बैण्ड बाजा हैऔर नाचते गाते लोग।

दो दिन पहले मंगलपुर थाना प्रभारी तुलसीराम पांडेय का ट्रांसफर रसूलाबाद हुआ तो लोगो ने उन की विदाई दी कुछ इसी तरह दी थी। वही अब सिकन्दरा थाना प्रभारी शिवकुमार राठौर का ट्रांसफर भी दूसरे थाने मंगलपुर हुआ तो उन को विदाई भी बैंड बाजा डीजे और घोड़े की बग्गी पर बैठाकर दी गई । इस विदाई में खास बात यह रही कि इस विदाई में कुछ लोग रो रहे है और लोग डांस कर रहे है। लेकिन इस विदाई में लोगो की खुशी समझा जाए या लोग को दुःखी या फिर यह समझा जाए कि मीडिया में छाने का यह मौका अच्छा है।

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