पोखरण की धरती से परमाणु नीति पर पर राजनाथ सिंह ने दिया बड़ा बयान

केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की परमाणु नीति को लेकर बड़ा बयान दे दिया है . इसके बाद से ही पाकिस्तान और इमरान खान की हालत और ज्यादा खराब हो गई है.

By आनंद प्रकाश पांडेय , वरिष्ठ पत्रकार (anandprakashpandey@gmail.com )

पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अटल जी की परमाणु नीति को लेकर बड़ा बयान दिया है . राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘नो फर्स्ट यूज’ भारत की परमाणु नीति है, लेकिन भविष्य में क्या होगा, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है . राजनाथ सिंह के इस बयान को पाकिस्तान के लिए चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है .

बड़ी बात यह है कि राजनाथ सिंह ने यह बयान पोखरण की उसी धरती पर जाकर दिया है जहां परमाणु परीक्षण करके अटल जी ने अपने कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की थी. पोखरण में वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि देने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत एक जिम्मेदार परमाणु राष्ट्र का दर्जा रखता है और हर नागरिक के लिए यह राष्ट्रीय गौरव है . यह गौरव हमें अटलजी की बदौलत मिला है और देशवासी सदैव इसके लिए उनका ऋणी है .

इसके साथ ही परमाणु बम का अक्सर राग अलापने वाले पाक पीएम इमरान खान को चेताते हुए राजनाथ सिंह ने दो टूक कहा कि ‘नो फर्स्ट यूज’ भारत की परमाणु नीति है लेकिन भविष्य में क्या होगा, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है .

नो फर्स्ट यूज नीति को जानिए

परमाणु हथियारों को लेकर भारत की नीति ‘नो फर्स्ट यूज’ की रही है . इस नीति के मुताबिक भारत किसी भी देश पर परमाणु हमला तब तक नहीं करेगा जब तक वह देश भारत के ऊपर हमला नहीं कर देता है . भारत ने 1998 में दूसरे परमाणु परीक्षण के बाद इस सिद्धांत को अपनाया था.

इसे भी पढ़ें :  IFS अधिकारी रूद्र गौरव श्रेष्ठ को बनाया गया प्रधानमंत्री कार्यालय में OSD

अगस्त 1999 में भारत सरकार ने सिद्धांत का एक मसौदा जारी किया, जिसमें कहा गया कि परमाणु हथियार केवल निरोध के लिए हैं और भारत केवल प्रतिशोध की नीति अपनाएगा . दस्तावेज में यह भी कहा गया है कि भारत कभी खुद पहल नहीं करेगा लेकिन अगर कोई ऐसा करेगा तो फिर जवाब भी दिया जाएगा .