अनिल कुंबले से क्यों नाराज है क्रिकेट बोर्ड ?

 

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी भारतीय क्रिकेट टीम के सफल कोच कहे जाने वाले अनिल कुंबले से नाराज चल रहे है । शायद यही वजह है कि एक तरफ जहां टीम इंडिया कोच कुंबले के मार्गदर्शन में चैंपिंयंस ट्रॉफी का ताज बचाने के लिए इंग्लैंड पहुंची ही थी कि

बीसीसीआई ने टीम के नये कोच के लिए विज्ञापन निकाल दिया ।बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी ने गुरुवार को इसकी घोषणा की । आपको बता दे कि टीम इंडिया के मौजूदा कोच अनिल कुंबले का करार चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद समाप्त हो जाएगा । लेकिन जिस तरह से बीसीसीआई ने एक अहम टूर्नामेंट से पहले कोच को लेकर ऐसा फैसला लिया है इससे भारतीय क्रिकेट का नुकसान ही होगा। दरअसल, बोर्ड ने एक आधिकारिक प्रेस रिलीज के जरिए जुलाई महीने से हेड कोच के पद के लिए नये आवेदन की मांग की है।

सूत्रों के मुताबिक कई मुद्दों पर खेल के हितों पर स्पष्ट रूख जाहिर करने वाले कुंबले के रवैये से बोर्ड के अधिकारी नाराज चल रहे है । बताया जा रहा है कि चैंपिंयंस ट्रॉफी के दौरान बीसीसीआई के अधिकारी जब बार-बार टूर्नामेंट में नहीं खेलने की धमकी दे रहे थे तब कुंबले ने ही सुप्रीम कोर्ट वाली प्रशासकों की समिति को ये संदेश भिजवाया था कि खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में खेलना चाहते हैं । जाहिर तौर पर बोर्ड के अधिकारियों को यह बात बुरी लगी । इसके अलावा अनिल कुंबले का टेस्ट, वनडे और टी-20 क्रिकेट खेलने वाले क्रिकेटर्स के लिए अलग-अलग कॉन्ट्रैक्ट की मांग करना भी बीसीसीआई को पसंद नहीं आया । हालांकि बोर्ड के सूत्र इसके पीछे सेलरी विवाद को भी मुद्दा बता रहे है । बताया जा रहा है कि कुंबले को फिलहाल 6.25 करोड़ रुपए के लगभग सालाना मिलते हैं और वो नये करार में इसमें 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी चाहते हैं लेकिन बोर्ड शायद इतने पैसे कोच को देने को तैयार नहीं है । ऐसे में इसे कुंबले पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है ।

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भारतीय टीम के कोच पद की नियुक्ति में पारदर्शिता के लिए सीओए द्वारा चुना गया अधिकारी क्रिकेट सलाहकार समिति के साथ मिलकर इस प्रक्रिया पर निगरानी रखेगा। क्रिकेट सलाहकार समिति में सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली शामिल है । इस पद के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 31 मई 2017 है ।