शिमला, हिमाचल प्रदेश। हिमालय की पहाड़ियों में बसे पहाड़ी प्रदेश हिमाचल प्रदेश , जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है के लिए 15 अप्रैल की तारीख का विशेष महत्व है। 15 अप्रैल की तारीख ही वो ऐतिहासिक तारीख है जब इस राज्य की स्थापना हुई थी। 15 अप्रैल, 2020 को हिमाचल प्रदेश 72 वर्ष का हो गया है।
देवभूमि हिमाचल प्रदेश के गठन की दास्तान भी बहुत ही रोचक और रोमांचक है। इस पहाड़ी प्रदेश में देवता भी निवास करते हैं। बात चाहे किसी भी युग की हो, दौर चाहे कोई सा भी हो, जब भी चर्चा भारत के प्राचीन गौरवशाली इतिहास की होती है तो उस पौराणिक और ऐतिहासिक गाथा में इस पहाड़ी राज्य का जिक्र जरूर आता है । इसलिए तो भौगोलिक रूप से क्षेत्रफल के आधार पर छोटा सा राज्य होने के बावजूद इसे देवभूमि अर्थात देवताओं की भूमि कहा जाता है।
आधुनिक भारत – कब और कैसे हुआ हिमाचल प्रदेश राज्य का गठन
19 वीं शताब्दी में महाराजा रणजीत सिंह ने बहुत से राज्यों को अपने अधीन कर लिया था। अंग्रेज जब भारत में शक्तिशाली हो गए और उनका शासन जब पूर्ण रूप से भारत पर स्थापित हो गया तो उन्होंने गोरखाओं को पराजित कर , बाद में कुछ राजाओं के साथ संधियाँ कर इन राज्यों पर अपना कब्ज़ा जमा लिया। 1947 में देश के आजाद होने तक लगभग यही स्थिति बनी रही ।
15 अगस्त, 1947 को देश आजाद होने के कुछ महीनों के बाद ही इस इलाकें की 30 पहाड़ी रियासतों को एकजुट करके 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल प्रदेश की स्थापना की गयी। 25 जनवरी, 1950 को हिमाचल को “ग” श्रेणी का राज्य बनाया गया। 1 नवम्बर, 1956 को हिमाचल प्रदेश को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया। 1966 में पंजाब के पहाड़ी क्षेत्रों को हिमाचल प्रदेश में शामिल किया गया। 18 दिसम्बर, 1970 को संसद ने हिमाचल प्रदेश अधिनियम पारित किया। 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्य के रूप में अस्तित्व में आया और इस तरह से हिमाचल प्रदेश भारत का 18वां राज्य बन गया। हिमाचल प्रदेश की आधिकारिक भाषाएं हिंदी और संस्कृत हैं। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय हैं।
यह पहाड़ी राज्य उत्तर में जम्मू-कश्मीर से, दक्षिण-पश्चिम में पंजाब से, दक्षिण में हरियाणा से, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखंड से तथा पूर्व में तिब्बत(चीन) की सीमाओं से घिरा है।
हिमाचल दिवस पर मुख्यमंत्री ने तिरंगा फहरा कर प्रदेशवासियों को दी बधाई और शुभकामनाएं
कोरोनो संकट के मद्देनजर देशभर में लागू संपूर्ण लॉकडाउन की वजह से हिमाचल दिवस पर राजधानी शिमला के रिज पर एक संक्षिप्त कार्यक्रम का ही आयोजन किया गया था। इस राज्यस्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने परेड की सलामी लेकर और तिरंगा फहरा कर राज्य के लोगों को स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा,
“संस्कृति-परंपराओं व पर्यटन की दृष्टि से दुनियाभर में प्रसिद्ध हमारा हिमाचल हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। वह दिन दूर नहीं जब देवभूमि हिमाचल देशभर में आदर्श राज्य के रूप में उभरेगा। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि प्रदेशवासी स्वस्थ व सुरक्षित रहें तथा प्रदेश कोरोना महामारी से शीघ्र बाहर निकले।”
मुख्यमंत्री श्री @jairamthakurbjp जी ने आज हिमाचल दिवस के अवसर पर रिज मैदान, शिमला में ध्वजारोहण किया।
कोरोना महामारी के कारण इस दिवस को सादगी के साथ मनाया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महामारी की लड़ाई में हमारी जीत अवश्य होगी, हम पुनः उत्सवों को हर्षोल्लास के साथ मनाएंगे। pic.twitter.com/8IDKOJP9MA
— CMO HIMACHAL (@CMOFFICEHP) April 15, 2020