कोविड राहत – दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों ने घटाई फीस

कोरोना से उपजे हालात के बीच विद्यार्थियों की मदद करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेज सामने आए हैं। DU के कई कॉलेजों ने विद्यार्थियों की सालाना फीस घटाने का फैसला किया है तो कई कॉलेज छात्र-छात्राओं को किस्तों में फीस जमा करने का विकल्प दे रहे हैं।

शिवाजी कॉलेज का बड़ा फैसला

सोमवार को शिवाजी कॉलेज की गवर्निंग बॉडी ने छात्रों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए सेकंड और थर्ड ईयर के सभी विद्यार्थियों की विभिन्न मदों की 6,350 रुपये प्रति छात्र की फीस माफ करने की घोषणा की। इसका फायदा कॉलेज के 3,700 से ज्यादा विद्यार्थियों को होगा।

कॉलेज के प्रिंसिपल शिव कुमार सहदेव के मुताबिक इस साल कॉलेज में कोरोना के चलते कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं हुआ है। तमाम सोसायटी के फण्ड बचे हुए थे और छात्र कॉलेज की कई सुविधाओं का उपयोग भी नहीं कर रहे थे इसलिए कॉलेज ने छात्रों को यह राहत देने का फैसला किया।

राजधानी कॉलेज ने भी दी राहत

राजधानी कॉलेज की गवर्निंग बॉडी ने भी छात्रों को राहत देने के लिए बड़ा फैसला किया है। जिस मद में छात्रों से पैसा लिया गया है और छात्रों ने उस सुविधा का उपयोग नहीं किया है तो इस सत्र में उनसे पैसा नहीं लिया जाएगा। कॉलेज ने फीस की राशि में से भी 2010 रुपये माफ करने का फैसला किया गया है। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजेश गिरी ने छात्रों के हित में लिए गए इस फैसले की जानकारी दी।

आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज ने भी दी राहत

आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज ने भी आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करने का फैसला किया है। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ ज्ञानतोष झा के मुताबिक आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को चिह्नित कर उनकी फीस का एक हिस्सा कम कर दिया जाएगा।

इसे भी पढ़ें :  कोरोना संकट- ऑनलाइन शिक्षा के दौर में हमारे बच्चें कैसे रहें ऑनलाइन सुरक्षित ?

लक्ष्मीबाई कॉलेज ने भी किया फीस माफ

लक्ष्मीबाई कॉलेज ने छात्राओं को किस्त में फीस जमा करने की सुविधा दी है और इसके साथ ही कॉलेज ने फीस देने में परेशानी का आवेदन देने वाली लगभग 100 छात्राओं की पूरी फीस भी माफ करने का फैसला किया है। आपको बता दें कि इस कॉलेज की पूर्व शिक्षिका कौशल्या वर्मा ने 10 लाख रुपये की राशि भी कॉलेज को दान के तौर दी है। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ प्रत्यूष वत्सला ने छात्राओं के हितों में लिए गए इन तमाम फैसलों की जानकारी दी।