गाज़ियाबाद नगर निगम ,मुख्यमंत्री शिकायत निवारण प्रणाली और शालीमार गार्डन की अजीब कहानी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की लोगों की समस्या को लेकर ऑनलाइन मुख्यमंत्री शिकायत निवारण पोर्टल बना रखा है , जिस पर प्रदेश के लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। चूंकि यह शिकायत सीधे मुख्यमंत्री से जुड़े पोर्टल पर ऑनलाइन की जाती है तो यह माना जाता है कि अधिकारी इसे गंभीरता से लेंगे और शिकायत का समाधान भी तुरंत किया जाएगा। इस पर की गई शिकायत पर संबंधित जिले के संबंधित विभाग के अधिकारी को एक निश्चित समय सीमा के भीतर समस्या का समाधान कर , शिकायतकर्ता से बातचीत करनी होती है और शिकायत के समाधान के बाद ऑनलाइन ही रिपोर्ट भी करनी होती है कि समस्या का समाधान हुआ है या नहीं…और यहीं से कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों का खेल भी शुरू हो जाता है।
मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई बेहतरीन योजना को अधिकारी और कर्मचारी किस तरह से पलीता लगाते नज़र आते हैं , यह पोर्टल और शिकायत समाधान प्रणाली इसकी एक बानगी भर है । लगातार इस तरह की शिकायतें आती रहती हैं कि समस्या का समाधान किये बिना ही अधिकारी समस्या समाधान की रिपोर्ट लगा कर भेज देते हैं ताकि प्रदेश के मुखिया को लगे कि सब कुछ कितना अच्छा चल रहा है और इस बार तो गाज़ियाबाद नगर निगम के अधिकारियों ने कमाल ही कर दिया।
आवारा कुत्तों की समस्या से परेशान गाज़ियाबाद के शालीमार गार्डन निवासी ने की शिकायत
गाज़ियाबाद के शालीमार गार्डन निवासी गोपाल बुबना शालीमार गार्डन कल्याण समिति के महासचिव हैं। वें यूनाइटेड फोरम ऑफ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन के संस्थापक सदस्य भी है। आवारा कुत्तों से लगातार परेशान होकर कॉलोनी के लोगों ने उनसे कहा तो उन्होंने मुख्यमंत्री शिकायत निवारण प्रणाली पर 1 फरवरी को इस उम्मीद से शिकायत की कि समाधान हो जाएगा। देखिए उनकी शिकायत..
शिकायत आवारा कुत्तों की और समाधान कर दिया पानी का
अधिकारियों ने शिकायतकर्ता की समस्या का समाधान का दावा करते हुए रिपोर्ट भी भेज दी और उसमें एक अधिकारी ने यह भी दावा कर दिया कि शिकायतकर्ता को फ़ोन करके बता भी दिया गया है। लेकिन कट , कॉपी , पेस्ट और झूठी रिपोर्ट देने के चक्कर में अधिकारी से बड़ी गलती हो गई और जल्दबाजी में वो ये पढ़ना ही भूल गए कि शिकायत आवारा कुत्तों की समस्या को लेकर की गई है और उन्होंने कट, कॉपी , पेस्ट करते हुए रिपोर्ट लगा दी कि पीने के पानी से संबंधित समस्या को दूर कर दिया गया है। आप भी देखिए कि समाधान की रिपोर्ट में क्या लिखा गया है।
गोपाल बुबना ने बयां किया अपना दुख
गाज़ियाबाद नगर निगम की इस हरकत पर दुख जाहिर करते हुए गोपाल बुबना ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द और दुःख भी बयान किया। पढ़िए उन्होंने क्या लिखा …
यह बात सही है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शिकायत निवारण प्रणाली की यह व्यवस्था बहुत अच्छी है लेकिन लगातार आ रही शिकायतों के मद्देनजर अब यह जरूरी हो गया है कि इसकी निगरानी की भी कोई पुख्ता व्यवस्था बनाई जाए।
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