उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित विधान सभा के मुख्य कक्ष में 16 जनवरी को राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र का सातवां सम्मेलन शुरू होने जा रहा है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज दिन में 11 बजे इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन उद्घाटन सत्र में विशिष्ट सभा को संबोधित करेंगे.
सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे. उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित सम्मेलन में स्वागत भाषण देंगे तो वहीं उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव धन्यवाद भाषण देंगे. उत्तर प्रदेश विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी के अलावा संसद सदस्य , उत्तर प्रदेश विधानसभा और विधानपरिषद के वर्तमान और पूर्व सदस्य भी सम्मेलन में शामिल होंगे. उत्तर प्रदेश विधानसभा में आयोजित इस सम्मेलन का समापन 17 जनवरी को प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के भाषण से होगा.
दो दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में बजट प्रस्तावों की संवीक्षा के लिए जनप्रतिनिधियों की क्षमता बढ़ाना और जन प्रतिनिधियों का ध्यान विधायी कार्यों की ओर बढ़ाने के मुद्दें पर चर्चा की जाएगी. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पहले विषय पर चर्चा के दौरान मुख्य भाषण देंगे वहीं दूसरे विषय पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी मुख्य भाषण देंगे.
आपको बता दें कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सी पी ए) की उन राष्ट्रमंडल देशों के विधानमंडलों में 180 से अधिक शाखाएँ हैं, जहाँ संसदीय लोकतंत्र है. ये सभी शाखाएँ भौगौलिक रूप से नौ राष्ट्रमंडल क्षेत्रों में बंटी हैं. सी पी ए भारत क्षेत्र, जो पहले सी पी ए एशिया क्षेत्र का भाग था, 7 सितंबर 2004 से एक स्वतंत्र क्षेत्र बन गया. सी पी ए भारत क्षेत्र में भारत केंद्र शाखा (भारत की संसद) और 30 राज्य/संघ राज्य क्षेत्र शाखाएँ हैं. सी पी ए भारत क्षेत्र के ऐसे सम्मेलनों का आयोजन दो वर्ष में एक बार किया जाता है और इसका छठा सम्मेलन वर्ष 2017 में पटना में हुआ था.
सी पी ए भारत क्षेत्र के सातवें सम्मेलन में लगभग 100 प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है और सी पी ए के ऑस्ट्रेलिया क्षेत्र और साउथ ईस्ट एशिया क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रतिनिधि भी सी पी ए भारत क्षेत्र सम्मेलन में भाग लेंगे.