कोरोना को हराना है- मस्जिद में इकट्ठा होकर पढ़ी नमाज तो जाओगे जेल

प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश। कोरोना के खिलाफ लड़ाई एक अहम दौर में पहुंच गई है। केंद्र सरकार के निर्देश के बाद देश के तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने सभी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों को राष्ट्रीय लॉकडाउन को गंभीरता से लागू करने को कहा है। एक तरफ लोगों की मदद करनी है तो दूसरी तरफ यह भी ध्यान रखना है कि अनावश्यक रूप से लोग एक जगह एकत्र न हो।

इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के DM ने सख्ती से यह कह दिया है कि लॉकडाउन का उल्लंघन कतई सहन नहीं किया जाएगा। अगर लोगों ने जबरदस्ती , सरकार के निर्देशों को अनसुना करके मस्जिद में इकट्ठा होकर नमाज पढ़ने का भी प्रयास किया तो ऐसे लोगों को जेल जाना पड़ सकता है।

लॉकडाउन को लेकर सख्ती दिखाते हुए प्रतापगढ़ के डीएम डॉ रूपेश कुमार ने जुमें की नमाज के साथ ही मस्जिदों में नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी है। लोगों को अपने घर पर ही नमाज पढ़ने की सलाह दी गई है।

लॉकडाउन के दौरान भी लोगों को जरूरी चीजों की आपूर्ति होती रहे , इसे देखते हुए यह फैसला किया गया है कि अब किराना, दूध, फल और सब्जी की दुकानें 4 घंटे ही खुला करेंगी। यह दुकानें सुबह 6 बजे से लेकर 10 बजे तक ही खुला करेंगी। हालांकि मेडिकल स्टोर और इमरजेंसी सेवाओं को पहले की तरह ही जारी रखने का फैसला किया गया है।

जिला न्यायालय में सुनवाई की तारीखें भी बदली, ध्यान से पढ़िए

जनपद न्यायालय ने जमानत,निषेधाज्ञा सहित अन्य सभी मामलों की सुनवाई की तारीख भी बदली। मार्च महीने की 23 तारीख को होने वाली मामलों की सुनवाई अब अप्रैल महीने की सोलह तारीख को होगी। वहीं 24 मार्च की जगह 17 अप्रैल, 25 मार्च के मामलों की 20 अप्रैल को, 26 मार्च के मामले 21 अप्रैल,27 मार्च के मामले 22 अप्रैल और 28 मार्च के मामलों की सुनवाई अब 23 अप्रैल को होगी।

इसे भी पढ़ें :  CAA पर हिंसा फैलाने वालों अपने प्रधानमंत्री पर तो भरोसा करो

राशन की कालाबाजारी पर भी डीएम सख्त

राशन की कालाबाजारी और उचित रेट से अधिक कीमत पर सामान बेचने वालों के खिलाफ भी अब कड़ी कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि कालाबाजारी और मुनाफाखोरी करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

आपको बता दें कि अभी तक जिले में कोरोना पॉजिटिव का एक भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन प्रशासन अपनी तरफ से कोई कोताही नहीं करना चाहता है।