जिला रामपुर- लॉकडाउन, 4 समोसे , डीएम और नाली की सफाई का किस्सा

रामपुर, उत्तर प्रदेश। ये तस्वीर अपने आप में एक कहानी है। इस तस्वीर में एक व्यक्ति नाली साफ कर रहा है। आप कहेंगे , इसमें ऐसा क्या है जो इसकी कहानी बन गई। लेकिन अगर हम कहें कि इससे जबरदस्ती नाली साफ कराई जा रही है और वो भी जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह के आदेश पर तो फिर आप इस रोचक कहानी का पूरा सच जरूर जानना चाहेंगे।

दरअसल , कोरोना की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। सब कुछ बंद है और इस माहौल में प्रशासन की चुनौतियां काफी बढ़ गई है। सरकार के आदेश पर जिले के डीएम हो या पुलिस कप्तान, पूरा प्रशासनिक अमला 24 घंटे आम लोगों की मदद के लिए जुटे हुए हैं। इसकी वजह से काम का दवाब काफी बढ़ गया है लेकिन ऐसे माहौल में भी कुछ ऐसे लोग हैं जो जानबूझकर व्यवस्था में लगे लोगों को परेशान कर रहे हैं और नाली साफ कर रहे इस व्यक्ति ने कुछ ऐसा ही किया है।

यह वाक्या उत्तर प्रदेश के जिले रामपुर का है । रामपुर में एक युवक बार-बार कंट्रोल रूम में फोन करके अपने घर पर 4 समोसे भिजवाने की मांग कर रहा था। कंट्रोल रूम में तैनात कर्मियों ने कई बार उसे परेशान न करने की नसीहत दी लेकिन यह व्यक्ति कुछ सुनने को तैयार नहीं था। अंत में परेशान होकर इस व्यक्ति को समोसे तो भिजवाए गए लेकिन बाद में रामपुर के जिलाधिकारी – DM आंजनेय कुमार सिंह ने इस व्यक्ति को सबक सिखाने के लिए इससे नाली साफ करवाई।

 

इस पूरे वाक्ये की जानकारी देते हुए रामपुर के DM ने स्वयं नाले की सफाई करते इस व्यक्ति की फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा,

“4 समोसा भिजवा दो… चेतावनी के बाद आखिर भिजवाना ही पड़ा। अनावश्यक मांग कर कंट्रोल रूम को परेशान करने वाले व्यक्ति से सामाजिक कार्य के तहत् नाली सफाई का कार्य कराया गया।”

संकट की इस घड़ी में सरकारी सुविधाओं का दुरुपयोग करने वाले व्यक्ति को मिली यह अनोखी सजा देखते-देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लोगों ने DM के इस कदम का खुलकर समर्थन करते हुए लिखा कि जानबूझकर प्रशासन को तंग करने वाले लोगों के साथ ऐसा ही व्यवहार होना चाहिए।

इसे भी पढ़ें :  राहुल गांधी का फैसला - संजय निरूपम को हटाकर मिलिंद देवड़ा को बनाया मुंबई कांग्रेस अध्‍यक्ष

तो आप भी ध्यान रखिए, यह संकट की घड़ी है। जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने के लिए रामपुर समेत देश के हर जिले में इस तरह के कंट्रोल रूम बनाये गए हैं। इसका इस्तेमाल तभी करें , जब वाकई आपको सरकारी मदद की जरूरत हो।