देवरिया पुलिस ने कमाल कर दिया,151 मोबाइल को असली मालिकों को सौंप दिया

मोबाइल की चोरी, गुमशुदगी और छीना-झपटी की घटनाओं पर तुरंत मामला दर्ज कर तेजी से कार्रवाई होनी चाहिए। इससे एक तरफ मोबाइल वापस मिलने से लोगों का भरोसा पुलिस सिस्टम में मजबूत होगा तो वहीं दूसरी तरफ छोटे अपराधियों को भी बड़ा अपराधी बनने से रोकने में काफी मदद मिलेगी क्योंकि उन्हें वक्त रहते यह अहसास हो जाएगा कि कानून के हाथ वाकई लंबे होते हैं। 

मोबाइल चोरी या छीना-झपटी की घटनाएं आजकल आम सी बात हो गई है। आजकल आलम तो यह है कि जिसका भी मोबाइल कभी चोरी हुआ हो या छीन लिया गया हो तो वो मन ही मन अपने आप को दिलासा दे देता है कि अब मोबाइल तो मिलने से रहा। शिकायत दर्ज कराने का हौसला दिखाकर अगर व्यक्ति पुलिस चौकी या थाने पहुंच भी जाए तो वहां भी पुलिस का रवैया टाल-मटोल वाला ही ज्यादा होता है। मोबाइल चोरी की अगर FIR हो जाती है तो लोगों को लगता है कि एक बड़ी जंग जीत ली है।

लेकिन ऐसे माहौल में भी उत्तर प्रदेश की देवरिया जिले की पुलिस ने कमाल कर दिया । देवरिया की पुलिस ने 1-2-3-4 नहीं बल्कि पूरे 151 मोबाइल बरामद किए हैं। जी हां, चौंकिए मत , पूरे 151 मोबाइल बरामद किए हैं और उन्हें उनके असली मालिकों को सौंप भी दिया गया है। इन 151 मोबाइल की कुल कीमत 17 लाख रुपये बताई जा रही है।

 

आइए आपको पूरा किस्सा बताते हैं। दरअसल , यह कामयाबी देवरिया जिले की पुलिस के साइबर सेल की है। देवरिया पुलिस ने साइबर सेल की मदद से ही 17 लाख रुपये के इन 151 मोबाइल को बरामद किया। शुक्रवार को इनके असली मालिकों को पुलिस लाइन बुलाकर ये मोबाइल सौंप दिए गए।

 

SP डॉ श्रीपति मिश्र ने दे रखा है मोबाइल बरामदगी का टारगेट

वैसे आपको यह जानकर भी आश्चर्य होगा कि जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ श्रीपति मिश्र ने साइबर सेल को मोबाइल बरामदगी का टारगेट भी दे रखा है। SP ने साइबर सेल को हर महीने कम से कम 100 मोबाइल बरामद करने का लक्ष्य दे रखा है। शायद यही वजह है कि साइबर सेल शानदार तरीके से काम कर रही है। जनवरी और फरवरी में सेल ने इन 151 मोबाइल को बरामद किया था। इस कामयाबी से प्रसन्न SP ने साइबर टीम को 10 हजार रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की।

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सुनिए इस पूरे मामले पर देवरिया एसपी श्रीपति मिश्र का बयान

लोगों के चेहरे पर लौटी रौनक-धन्यवाद देवरिया पुलिस

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि लोगों को खोए या चोरी हुए मोबाइल के मिलने की उम्मीद कम ही रहती है और ऐसे में जब इनके पास पुलिस का फोन आया और यह कहा गया कि पुलिस लाइन आकर अपना मोबाइल ले जाइए तो पहले तो इन लोगों को भरोसा ही नहीं हुआ और जब यकीन आया तो इनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

वैदही देवी, अनुप्रिया श्रीवास्तव, गीता देवी, दीपक शर्मा, आदर्श गुप्ता, रामसेवक, जसवंत सिंह , मृत्युंजय, गंगा सागर, डॉ कृष्ण मुरारी समेत 120 लोग पुलिस लाइन आकर अपना मोबाइल ले गएं। बाकी बचे हुए 31 लोग व्यक्तिगत व्यस्तता की वजह से मोबाइल लेने नहीं आ पाए।

Positive Khabar का यह मानना है कि प्रदेश के सभी जिलों की पुलिस और सभी राज्यों की पुलिस को इसी पैटर्न को फॉलो करना चाहिए। मोबाइल लोगों के लिए अति-आवश्यक हो गया है । इसलिए इसकी चोरी, गुमशुदगी और छीना-झपटी की घटनाओं पर तुरंत मामला दर्ज कर तेजी से कार्रवाई होनी चाहिए। इससे एक तरफ मोबाइल वापस मिलने से लोगों का भरोसा पुलिस सिस्टम में मजबूत होगा तो वहीं दूसरी तरफ छोटे अपराधियों को भी बड़ा अपराधी बनने से रोकने में काफी मदद मिलेगी क्योंकि उन्हें वक्त रहते यह अहसास हो जाएगा कि कानून के हाथ वाकई लंबे होते हैं।