उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले में कार्यरत जिला खाद्य विपणन अधिकारी अविनाश झा की पुस्तक बटेसर ओझा को अमीर खुसरो पुरस्कार के लिए चुना गया है। बटेसर ओझा एक कहानी संग्रह है जो अविनाश झा की मौलिक कृति है। दिलचस्प कहानियों के इस संग्रह को वर्ष 2019-20 के अमीर खुसरो पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान की ओर से संस्थान के महामंत्री डॉ दिनेश चंद्र अवस्थी ने अविनाश झा को पत्र भेजकर इस अवार्ड के मिलने की जानकारी और बधाई दी।
यह पुरस्कार संस्थान के वार्षिक पुरस्कार एवं सम्मान समारोह में 15 मार्च को दिया जाएगा। यह सम्मान समारोह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हिन्दी संस्थान के यशपाल सभागार में आयोजित किया जाएगा। संस्थान की ओर से अविनाश झा का उनकी इस पुस्तक के लिए पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये की धनराशि भी दी जाएगी।
युवा मन की स्मृतियों, बेचैनियों और अपने छूटे हुए गांव और रिश्तों के प्रति लगावों की संवेदना से बटेसर ओझा के इस कहानी संग्रह को बुना गया है। इसमें गांवों के ऐसे लोगों का सजीव चित्रण है जो अपनी रोजी-रोटी के चक्कर में जमीन से विस्थापित हो चुके हैं। इसमें गांवों के विलुप्त हो रहे रीति रिवाज और वहां के रहन सहन का भी सजीव चित्रण किया गया है।