दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के उपायों पर बीकानेर हाऊस परिसर स्थित राजस्थान राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में दिल्ली स्थित राज्य सरकार के सभी कार्यालयों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया।
कोरोना वायरस के बारे में जानकारी देते हुए राजकीय चिकित्सालय की वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डाॅ. सविता अग्रवाल ने बताया कि यह वायरस एक संक्रामक वायरस है, जिसके लक्षण सर्दी जुकाम की तरह ही है तथा यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में फैलता है। प्रारंभिक तौर पर इसमें संक्रमित व्यक्ति को बुखार खांसी, छींक, नाक बहना की समस्या महसूस होती है किन्तु इसकी गंभीर अवस्था में रोगी को सांस लेने मे दिक्कत, छाती मे जकडन, निमोनिया, गुर्दो के फेल होने की आशंका बढ जाती है और ऐसी स्थिति में रोगी को तुरंत चिकित्सक को स्वयं की जांच करवानी चाहिए।उन्होनें बताया कि संक्रमण के पश्चात लक्षण दिखाई देने में 7-14 दिन लगते है।
डाॅं. अग्रवाल ने बताया कि इस वायरस के संक्रमण से बचने के लिए खांसते या छींकते समय नाक मुहं को रूमाल से ढंकेें, हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोएं या अल्कोहल युक्त सैनिटाईजर का प्रयोग करें। भीड़-भाड़ वाली जगह जाने से बचें। हैंडल, स्विच, फोन इत्यादि को साफ करते रहे तथा फ्लू ग्रस्त व्यक्ति से 6 फुट की दूरी रखें। फ्लू के लक्षण होने पर घर में ही रहें। पानी व पोषक भोजन प्रचुर मात्रा में लें तथा फ्लू होने पर डाॅक्टर को दिखाएं। फ्लू होने पर भरपूर आराम करें। फ्लू होने पर रोगी व उसकी देखभाल करने वाले स्वास्थ्यकर्मी, रिश्तेदार मास्क का प्रयोग करें।
कार्यशाला में डाॅ. अनु भार्गव ने बताया कि हमें कई प्रकार की सावधानियां बरतनी अति आवश्यक है। जैसे नाक, आंख व चेहरे को गंदे व दूषित हाथों से ना छुएं। स्वागत हेतु गले मिलने, चूमने, हाथ मिलाने से बंचे। इधर-उधर ना थूकें, बिना परामर्श दवाई ना लेवें, ज्यादा कसरत ना करें, गन्दा और दूषित रूमाल, टिश्यू इधर-उधर ना फेंके बल्कि बंद कचरापेटी में ही फेंके। सार्वजनिक स्थल पर रेलिंग, हैंडल ना छुए तथा अनावश्यक टेस्ट ना कराएं।
इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डाॅं. निवेदिता ने हाथ धोने के तरीकों को प्रायोगिक रूप में बताया। उन्होंने कहा कि हाथों को कम से कम 25 सेकंड तक चलते पानी में साबुन से लगातार धोने चाहिए। हाथों के अगले एवं पिछले हिस्सें में तथा उंगलियों के बीच में साबुन का ठीक ढंग से उपयोग किया जाना चाहिए।
आयुर्वेदिक चिकित्सक डा. श्रीमती मंजीत कौर और यूनानी डाॅ. सोहेल इकबाल ने बताया है कि हमने एक काढ़ा तैयार किया है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और इस वायरस से लड़ने में मद्द मिलती है।
इस अवसर पर आवासीय आयुक्त श्रीमती टी.जे.कविथा ने कहा कि तेजी से फैल रहे इस वायरस के उपाय तथा बचाव के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार निगरानी के निर्देश दे चुके हैं, इसी दिशा मे यह पहल सराहनीय है। उन्होंने बताया कि इस वायरस से सबंधित किसी भी जानकारी और जरूरत के लिए 24 घण्टे चलने वाले दो टेलीफोन नंबर 011-22307145, 011-22300036 जारी किये गये हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त आवासीय आयुक्त विमल शर्मा भी मौजूद रहें।