मुसलमानों के लिए भारत स्वर्ग,यहां उनके अधिकार हैं सुरक्षित- मुख्तार अब्बास नकवी

इस्लामिक देशों के संगठन – OIC के भारत में कथित इस्लामोफोबिया के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि भारत मुसलमानों के लिए स्वर्ग है और यहां उनके अधिकार पूरी तरह सुरक्षित है।

केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा कि, ” देश में अल्पसंख्यक समुदायों समेत सभी वर्गों के अधिकार सुरक्षित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सभी वर्गों का विकास हो रहा है और इसमें किसी के साथ भेदभाव नहीं हो रहा है।

इस्लामिक देशों के हितों के नाम पर बनाये गए इस OIC संगठन के दोहरे रवैये को उजागर करते हुए मोदी सरकार के मंत्री ने यह साफ-साफ कहा कि,

“धर्मनिरपेक्षता और सद्भाव भारत के लिए पॉलिटिकल फैशन नहीं है बल्कि जुनून और जज्बा है और इसी समावेशी संस्कार के साथ-साथ प्रतिबद्धता ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को अनेकता में एकता के सूत्र में बांध रखा है।”

मुख्तार अब्बास नकवी के मुताबिक संकट के इस समय पर भी कुछ लोग दुष्प्रचार और फर्ज़ी ख़बर के माध्यम से देश की इस ताकत को कमजोर करने की साजिश में लगे हैं। उन्होंने कहा कि देश का माहौल खराब करने की साजिश कर रहे ये लोग भारतीय मुसलमानों के दोस्त नहीं हो सकते।

कोरोना से जंग- रमजान में घर पर रहकर करें इबादत

कोरोना से जारी लड़ाई का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री नकवी ने यह भी कहा कि,

“सभी मुस्लिम धर्मगुरुओं, इमामों, मुस्लिम धर्म से जुड़े धार्मिक-सामाजिक संगठनों के साथ-साथ भारतीय मुस्लिम समाज ने मिलकर संयुक्त रूप से यह तय किया है कि 24 अप्रैल से शुरू होने जा रहे रमजान के पवित्र महीने में घरों पर रहकर ही इबादत, इफ्तार और अन्य धार्मिक रीति-रिवाजों को पूरा किया जाएगा।”

नकवी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेन्सिंग का पूरी तरह से पालन करना जरूरी है और रमजान के महीने में इसे लेकर मुस्लिम समाज के सामान्य लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक अभियान चलाया जाएगा।

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देश के 30 से ज्यादा राज्यों के वफ्फ बोर्डों ने मुस्लिम धर्मगुरुओं, इमामों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों और स्थानीय मुस्लिम समाज एवं प्रशासन के साथ मिलकर इस काम को शुरू भी कर दिया है।