भारतीय नौसेना का जहाज तर्कश पहुंचा स्‍पेन के कैडीज बंदरगाह

आईएनएस तर्कश ने केडीज हार्बर में प्रवेश करने से पहले, रॉयल नेवी शिप एचएमएस डिफेंडर के साथ कोंकण-19 अभ्‍यास में हिस्‍सा लिया था.

अफ्रीका, यूरोप और रूस के लिए भारतीय नौसेना की विदेश में तैनाती के क्रम में, भारतीय नौसेना का जहाज तर्कश आज 19 अगस्‍त,2019 को तीन दिन के लिए स्‍पेन के केडीज बंदरगाह पहुंचा . आईएनएस तर्कश का केडीज बंदरगाह पर पहुंचना, स्‍पेन के साथ भारत के मजबूत संबंध को प्रदर्शित करने के साथ-साथ मित्र देशों के साथ संचालन संबंधी पहुंच, समुद्री सुरक्षा और एकजुटता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित करता है . आईएनएस तर्कश ने केडीज हार्बर में प्रवेश करने से पहले, रॉयल नेवी शिप एचएमएस डिफेंडर के साथ कोंकण-19 अभ्‍यास में हिस्‍सा लिया था.

कैप्‍टन सतीश वासुदेव आईएनएस तर्कश की कमान संभाल रहे थे. विभिन्‍न आधुनिक हथियारों और सेंसरों से सुसज्‍जित भारतीय नौसेना का यह युद्धक जहाज सभी तीनों दिशाओं से मिलने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने में सक्षम है . यह जहाज भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े का हिस्‍सा है, जो मुंबई के पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैगऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के संचालनात्‍मक नियंत्रण में है .

इस दौरान, स्‍पेन के अनेक गणमान्‍य व्‍यक्ति और सरकारी अधिकारी इस जहाज को देखेंगे . हार्बर में अपने ठहराव के दौरान यह जहाज स्‍पेन की नौसेना की देखरेख में रहेगा . पेशेवर क्रियाकलापों के अलावा, खेल और समाज से जुड़े अनेककार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग और समझदारी बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी .

भारत और स्‍पेन के बीच पारंपरिक रूप से मजबूत और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं . दोनों देशों के बीच रक्षा के क्षेत्र में सहयोग और सांस्‍कृतिक आदान-प्रदान के लिए बहुत-से द्विपक्षीय समझौते कायम हैं . नियमित दौरों और वार्ताओं के माध्‍यम से विकसित पेशेवर और सांस्‍कृतिक संबंधों के फलस्‍वरूप, दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच समुद्री सहयोग मजबूत हुआ है .

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