मुंबई की तरफ से खेलने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के कालीन नगरी भदोही के सुरियावां निवासी युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को आईपीएल 2020 की नीलामी में उनके बेस प्राइस से बहुत अधिक की रकम में खरीद लिया गया है.
कोलकाता में हुई नीलामी में इस युवा बल्लेबाज को राजस्थान रॉयल्स ने अपनी टीम में शामिल किया . उन्हें लंबी बोली के बाद दो करोड़ 40 लाख रुपये में ख़रीदा गया . यशस्वी की इस सफलता से भदोही वासी जश्न में डूब गए और एक-दूसरे को मिठाई भी खिलाई.
यशस्वी की इस सफलता की सूचना मिलते ही सुरियावां नगर में स्थित उनके पिता की पेंट की दुकान पर बधाई देने वालों का तांता लग गया.
बल्लेबाज है यशस्वी जायसवाल
यशस्वी ने बीते दिनों अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम के ओपनर बल्लेबाज के रूप में शानदार प्रदर्शन किया था . उन्होंने कम ही समय में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से पहचान बनाई है.
यशस्वी ने इस साल घरेलू क्रिकेट में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया था. उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी 2019 में मुंबई की तरफ से खेलते हुए एक दोहरा शतक सहित तीन शतकों की मदद से पांच मैचों में 500 से अधिक रन बनाए थे.
उन्होंने इसी साल झारखंड के खिलाफ 149 गेंदों में अपना पहला दोहरा शतक लगाया और सबसे कम उम्र में ऐसा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए. इतना ही नहीं वे विजय हजारे ट्रॉफी की एक पारी में सबसे ज्यादा 12 छक्के लगाने वाले खिलाड़ी भी बने थे.
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने दिया अपना बल्ला
सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर और यशस्वी जायसवाल दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं . इन दोनों की दोस्ती बेंगलुरु में स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हुई थी. उस वक्त अर्जुन और यशस्वी दोनों एक ही कमरे में रहते थे. एक बार अर्जुन ने यशस्वी की मुलाक़ात अपने पिता से करवाई थी.
अर्जुन तेंदुलकर साल 2018 में यशस्वी को अपने घर ले गए और उन्हें अपने पिता सचिन तेंदुलकर से मिलवाया जिसके बाद मास्टर ब्लास्टर भी उनके फैन हो गए . पहली ही मुलाकात में सचिन ने यशस्वी से प्रभावित होकर उन्हें अपना बल्ला गिफ्ट में दे दिया. बैटिंग के टिप्स देते हुए सचिन ने यशस्वी से अपने डेब्यू मैच में उसी बल्ले से खेलने को भी कहा.