आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के बिजली उपभोक्ताओं को दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग यानि डीईआरसी ने बड़ी राहत दी है . डीईआरसी ने बिजली की फिक्स्ड दरों में भारी कटौती कर दी है .
नई दरों के मुताबिक अब दो किलो वाट तक के बिजली कनेक्शन के लिए सिर्फ 20 रुपये प्रति किलो वाट प्रति माह ही देने होंगे जबकि पहले इसके लिए पहले उपभोक्ताओं को 125 रुपये देने पड़ते थे .
वहीं तीन से पांच किलोवाट की खपत पर लोगों को 50 रुपये देने पड़ेंगे . पहले दो से पांच किलोवाट बिजली की खपत पर 140 रुपये देने पड़ते थे . 6 से 15 किलोवाट तक 175 रुपये प्रति किलोवाट की जगह 100 रूपये प्रति किलोवाट स्थायी शुल्क लिया जाएगा .
एक अगस्त से मिलेगी दिल्ली वालों को राहत
दिल्ली में बिजली की नई दरें एक अगस्त से लागू होंगी . साथ ही दिल्ली में ई वाहन को बढ़ावा देने के लिए चार्जिंग शुल्क में भी कमी की गई है . 5.50 रुपये प्रति यूनिट की जगह 4.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली शुल्क लिया जाएगा .
मनीष सिसोदिया का दावा
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली की जनता बधाई की पात्र है, जिसने ऐसी सरकार चुनी है, जो न सिर्फ देश में सबसे सस्ती बिजली दे रही है . बल्कि, पिछले पांच साल में बिजली के दाम भी बढ़ने नहीं दिए हैं . उन्होने कहा कि दिल्ली अकेला ऐसा राज्य है, जहां पिछले पांच सालों में बिजली के दाम घटे हैं .
बिजली की नई दरें घोषित होने के बाद सिसोदिया ने दिल्ली सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दिल्ली में 2010 में 200 यूनिट बिजली के दाम 539 रुपये थे . साल 2013 में यह 928 रुपये हुए, जबकि साल 2018 में ये घटकर 660 रुपये हुए और अब आज के बाद ये 408 रुपये हो जाएंगे .
मतलब अब दिल्ली में 200 यूनिट बिजली के दाम 2010 के मुकाबले भी कम हो गए हैं . उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चार महीने पहले घोषणा की थी कि स्थाई शुल्क कम कर दिया जाएगा, जिसे बुधवार को पूरा कर दिया