चंद्रयान की कामयाबी पर संघ नेता रामलाल , मालिनी अवस्थी और हरभजन का अनोखा ट्वीट

भारत का चंद्रयान 2 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का यह सफर 48 दिन में पूरा करेगा। तय कार्यक्रम के मुताबिक यह 6-7 सितंबर को चांद की सतह चूम लेगा। अभी तक किसी भी देश का चंद्रयान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर नहीं उतर पाया है।

सोमवार को भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में फिर एक बार उस समय इतिहास रच दिया जब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो ने चंद्रयान-2 को दोपहर 2.43 मिनट पर देश के सबसे ताकतवर बाहुबली जीएसएलवी मार्क-3 एम1 रॉकेट से चन्द्रयान को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित होने के 16 मिनट बाद ही चंद्रयान-2 पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हो गया।

इसरो के मुताबिक श्रीहरिकोटा में 7500 से ज्यादा लोगों ने इस इतिहास को लाइव बनते हुए देखा वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश-दुनिया के करोड़ो लोगों ने भारत को यह इतिहास रचते देखा । कामयाबी मिलते ही बधाई संदेश का तांता लग गया । प्रधानमंत्री समेत देश के तमाम खास और आम लोग सोशल मीडिया पर वैज्ञानिकों को बधाई देने लगे लेकिन इस बीच तीन लोगों ने इस ऐतिहासिक कामयाबी को लेकर अनोखा ट्वीट किया ।

आरएसएस के दिग्गज नेता रामलाल का ट्वीट

कुछ दिनों पहले तक भाजपा में राष्ट्रीय महासचिव जैसे ताकतवर पद को संभालने और वर्तमान में आरएसएस में अहम पद संभालने वाले रामलाल ने अनोखे ट्वीट के जरिए चन्द्रयान की कामयाबी पर देश और वैज्ञानिकों को बधाई दी ।

उन्होने हम सभी द्वारा बचपन में ‘ चंदा मामा दूर के ‘याद की गई कविता का जिक्र करते हुए अनोखे अंदाज में ट्वीट किया,

मालिनी अवस्थी की अनोखी बधाई

मशहूर लोकगायिका मालिनी अवस्थी का बधाई वाला ट्वीट भी काफी चर्चा में रहा । अपने गीतों के जरिए भारतीय लोक-संस्कृति को बढ़ावा देने वाली मालिनी अवस्थी ने भी बचपन में याद की गई लोरी का जिक्र करते हुए चंद्रयान अभियान से जुड़ी महिलाओं को सलाम किया ।

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उन्होने ट्वीट किया ,

हरभजन का अपना ही अंदाज

अपने अनोखे अंदाज के लिए मशहूर हरभजन यहां भी चुटकी लेने से नहीं चुके । उन्होने दुनिया के उन  मुस्लिम देशों के झंडे को लगाया जिन पर चांद बना हुआ है और उसके नीचे भारत के तिरंगे समेत उन देशों के झंडे को लगाया जो चांद पर पहुंच गए है ।

हरभजन ने ट्वीट किया ,

इन तीनों ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है ।

अब जानिए चंद्रयान की रिपोर्टिंग का पूरा डे-प्लान

10 साल के भीतर यह चांद पर जाने वाला भारत का दूसरा मिशन है। चंद्रयान-2 अपने सफर पर तब निकला है, जब अमरीकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रॉन्ग के चंद्रमा पर कदम रखने की 50वीं सालगिरह मनाई जा रही है। आपको बता दें कि 20 जुलाई 1969 को आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद पर पहला कदम रखा था। भारत का चंद्रयान 2 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का यह सफर 48 दिन में पूरा करेगा। तय कार्यक्रम के मुताबिक यह 6-7 सितंबर को चांद की सतह चूम लेगा। अभी तक किसी भी देश का चंद्रयान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर नहीं उतर पाया है।

चंद्रयान 22 जुलाई से 13 अगस्त तक पृथ्वी की कक्षा का चक्कर लगाएगा। 13 अगस्त से 19 अगस्त तक चांद की तरफ जाने वाली लंबी कक्षा में यात्रा करेगा। 19 अगस्त को चांद की कक्षा में पहुंचेगा। 13 दिन यानी 31 अगस्त तक चांद के चक्कर लगाएगा। एक सितंबर को विक्रम ऑर्बिटर से अलग होगा और चांद के दक्षिणी ध्रुव की तरफ यात्रा शुरू करेगा। 5 दिन बाद 6-7 सितंबर को विक्रम दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा। लैंडिंग के 4 घंटे बाद रोवर प्रज्ञान लैंडर से निकलकर चांद की सतह पर उतरेगा और यही रोवर प्रज्ञान चांद से जुड़ी जानकारियां एकत्रित करेगा। चंद्रमा पर अपने अध्ययन और विभिन्न उपकरणों द्वारा भेजी गई सूचनाओं को ऑर्बिटर बेंगलूरु में मौजूद इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क यानि आईडीएसएन में भेजेगा।

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चंद्रमा की कक्षा में ऑर्बिटर एक वर्ष परिक्रमा करेगा। यह 2,379 किलो वजनी है और सूर्य की किरणों से हजार वॉट बिजली पैदा कर सकता है।

इसरो ने कहा है, हम वहां की चट्टानों को देख कर उनमें मैग्नीशियम, कैल्शियम और लोहे जैसे खनिज तत्वों को खोजने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही वहां पानी होने के संकेतों की भी तलाश करेंगे और चांद की बाहरी परत की भी जांच करेंगे।