केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भारत में डिजिटल/ऑनलाइन व्यवस्था ने हज यात्रियों के “इज़ ऑफ डूइंग हज” का सपना पूरा किया है। सोमवार को हज हाउस, मुंबई में हज 2020 के सम्बन्ध में ट्रेनिंग कैंप को सम्बोधित करते हुए नकवी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा उठाये गए अभूतपूर्व कदम से जहाँ एक ओर हज की सम्पूर्ण व्यवस्था डिजिटल और पारदर्शी हुई है वहीँ दूसरी ओर हज यात्रा सस्ती-सुगम हुई है। हज की संपूर्ण प्रक्रिया को शत प्रतिशत डिजिटल/ऑनलाइन करने से बिचौलियों का सफाया हुआ है और हज यात्रा पारदर्शी हुई है। हज सब्सिडी ख़त्म होने के बावजूद भी हज यात्रियों पर बिना कोई अतिरिक्त बोझ डाले हज यात्रा पिछले कई दशकों के मुकाबले बहुत सस्ती हुई है।
नकवी ने कहा कि भारत पूरी दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया है जहाँ हज 2020, सौ प्रतिशत डिजिटल प्रक्रिया से हो रहा है। ऑनलाइन आवेदन, ई-वीजा, हज पोर्टल, हज मोबाइल ऐप, “ई-मसीहा” स्वास्थ्य सुविधा, मक्का-मदीना में ठहरने की बिल्डिंग/ट्रांसपोर्टेशन की जानकारी भारत में ही देने वाली “ई-लगेज टैगिंग” व्यवस्था के जरिये भारत से मक्का-मदीना जाने वाले हज यात्रियों को जोड़ा गया है। इसके साथ ही एयरलाइन्स द्वारा भी हज यात्रियों के सामान की डिजिटल प्री-टैगिंग की व्यवस्था की गई है जिससे भारत से जाने वाले हज यात्रियों को यहीं पर सभी प्रकार की जानकारी मिल जाएगी जैसे- हज यात्रियों को मक्का-मदीना में किस बिल्डिंग के किस कमरे में ठहरना है, हवाई अड्डे पर उतरने के बाद किस नंबर की बस में जाना है इत्यादि।
इसके अलावा हज यात्रियों के सिम कार्ड को हज मोबाइल ऐप से लिंक करने की व्यवस्था की गई है जिससे हज यात्रियों को मक्का-मदीना में हज से सम्बंधित नवीनतम जानकारियां तत्काल प्राप्त होती रहेंगी। “ई-मसीहा” स्वास्थ्य सुविधा दी गई है जिसमे प्रत्येक हज यात्री की सेहत से जुडी सभी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगी जिससे किसी भी आपात स्थिति में फौरन किसी हज यात्री को मेडिकल सेवा उपलब्ध कराई जा सकेगी।
नकवी ने कहा कि पहली बार पारदर्शिता और हज यात्रियों की सहूलियत के लिए हज समूह आयोजकों का भी पोर्टल http://haj.nic.in/pto/ (Portal For Haj Group Organisers) बनाया गया जिसमे सभी अधिकृत एचजीओ के पैकेज आदि सभी जानकारी दी गई हैं।
आपको बता दें कि 2020 में 2 लाख भारतीय मुसलमान बिना किसी हज सब्सिडी के हज यात्रा पर जायेंगे। इनमे लगभग 1 लाख 23 हजार लोग हज कमेटी ऑफ़ इंडिया के जरिये और बाकि हज ग्रुप ऑर्गनाइजर्स के जरिये हज पर जायेंगे। इस वर्ष 2100 से अधिक महिलाएं बिना “मेहरम” (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाएँगी जिन्हे लाटरी सिस्टम से बाहर रखा गया है।
गौरतलब है कि मुंबई में आयोजित इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में लगभग 650 ट्रेनर्स शामिल हुए जो अपने-अपने राज्यों में हज पर जाने वालों को हज से सम्बंधित विभिन्न प्रक्रियाओं,मक्का-मदीना में हाजियों के आवास, यातायात, स्वास्थ्य, सुरक्षा से सम्बंधित मुद्दों की जानकारी देंगे। इन ट्रेनर्स में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं। हज कमेटी ऑफ इंडिया, कस्टम, एयर इंडिया, बृहन मुंबई म्युनिसिपल कारपोरेशन, विभिन्न बैंकों, आपदा प्रबंधन आदि विभागों के अधिकारीयों ने इन ट्रेनर्स को विभिन्न जानकारियां दी।
इस अवसर पर नकवी ने हज हाउस में सिविल सेवा परीक्षा लर्निंग सेंटर; गेस्ट रूम; ट्रेनिंग हॉल आदि का उद्घाटन भी किया।