नमस्ते कैंपेन-बीमारी से बचने के इस अभियान पर क्या बोले उद्योगपत्ति आनंद महिंद्रा

धीरे-धीरे ही सही अब दुनिया को यह समझ आने लगा है कि प्राचीन भारतीय परंपरा में स्वस्थ रहने का कितना बड़ा खजाना छुपा था। दुनिया यह मानने लगी है कि अतीत में भारतीयों के हर व्यवहार , हर परंपरा के पीछे ठोस वैज्ञानिक आधार था। इसकी लिस्ट तो बहुत लंबी है लेकिन इस लेख में हम सिर्फ नमस्ते की ही बात करेंगे।

ग्लोबली अब यह माना जाने लगा है कि हाथ मिलाकर अभिभावदन करने की बजाय नमस्ते कह कर लोगों से मिलना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा लाभदायक है। डॉक्टरों का भी साफ-साफ मानना है कि हाथ नहीं मिलाएंगे तो एक से दूसरे में इंफेक्शन जाने का खतरा कम होगा क्योंकि हाथ ही इंफेक्शन को फैलाने का सबसे बड़ा जरिया होता है। इससे बचने के लिए दुनिया को फिर से नमस्ते का महत्व समझाने के लिए एक दिलचस्प कैंपेन चलाया जा रहा है – नमस्ते कैंपेन। पहले आप इन आंकड़ों के जरिए समझिए नमस्ते कहने के फायदे-

 

इसी नमस्ते कैंपेन पर दिलचस्प टिप्पणी करते हुए प्रसिद्ध उद्योगपत्ति आनंद महिंद्रा ने भी लिखा कि इससे यह पता लगता है कि प्राचीन काल के हमारे पूर्वजों में कितना ज्यादा कॉमन सेंस था। उसके बाद तो उनके ट्वीट पर दिलचस्प कमेंट्स की बाढ़ सी आ गई।

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