प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी परिदृश्य की तुलना फुटबॉल मैच से करते हुए कहा कि ,दूसरे चरण का मतदान पूरा होने के बाद बीजेपी और एनडीए दो-जीरो से आगे चल रही है।कांग्रेस और इंडी अलायंस ने देशविरोधी और नफरत की राजनीति के दो सेल्फ गोल कर लिए हैं। जैसे ही कांग्रेस पार्टी और उसके दोस्तों को ये एहसास हुआ कि वो विकास के ट्रैक रेकॉर्ड में NDA की बराबरी नहीं कर सकते, उन्होंने अपनी रणनीति बदल ली। इसलिए इंडी अलायंस वालों ने खुलकर देश विरोधी एजेंडों और तुष्टीकरण के हथकंडों का इस्तेमाल करना शुरु कर दिया है।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में आयोजित जनसभा में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इंडी अघाड़ी वोटबैंक की राजनीति में इतना गिर गया है कि, शिवाजी महाराज की धरती पर ये औरंगजेब को मानने वालों से मिल गए हैं।महाराष्ट्र की ये धरती सामाजिक न्याय की प्रतीक है। लेकिन कांग्रेस और इंडी अघाड़ी ने सामाजिक न्याय की हत्या करने की भी ठान ली है।
मोदी ने कहा कि हमेशा बाबा साहब का अपमान करने वाली कांग्रेस अब दलितों-पिछड़ों के आरक्षण पर डाका डालने की तैयारी में है। कांग्रेस और इंडी अघाड़ी का एक ही एजेंडा रहा है- सरकार बनाओ, नोट कमाओ ! हमारी सरकार ने पहली बार अलग सहकारिता मंत्रालय बनाया। हमने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप्स का बड़ा आंदोलन खड़ा किया।
रैली के दौरान मंच पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले, कोल्हापुर लोकसभा प्रत्याशी संजय मांडलिक, हातकणंगले लोकसभा प्रत्याशी धैर्यशील संभाजीराव माने सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोल्हापुर को महाराष्ट्र का फुटबॅाल हब कहा जाता है और फुटबॅाल यहां के युवाओं में बहुत प्रचलित है। फुटबॅाल की भाषा में कल दूसरे चरण का मतदान पूरा होने के बाद भाजपा और एनडीए 2-0 से आगे चल रहे हैं।मोदी ने बताया कि इंडी अलायंस के लोग कह रहे हैं कि इनकी सरकार बनी तो ये लोग सीएए कानून रद्द कर देंगे। जिन इंडी अलायंस वालों के तीन अंको में सीट जीतने के लाले पड़े हैं, वह क्या सरकार के दरवाजे तक भी पहुंच सकते हैं? इंडी अलायंस के लोग ऐसा फार्मूला बना रहे हैं कि हर साल एक नया पीएम और इन्हें यदि 5 साल मौका मिले तो 5 प्रधानमंत्री बनाएंगे। कांग्रेस को अब इसकी आदत हो गई है, कर्नाटक में इनकी सरकार बनी ढा़ई साल एक मुख्यमंत्री और ढ़ाई साल के बाद जो इनका उपमुख्यमंत्री है वो सीएम बनता है और यही फार्मूला इन्होंने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी बनाया था। 5 सालों में 5 प्रधानमंत्री बनाने वाले इन लोगों को यह देश कभी भी सहने वाला नहीं है और इसीलिए ये लोग देश पर अपना गुस्सा उतार रहें हैं। कर्नाटक और तमिलनाडु में इंडी अलायंस के ये लोग दक्षिण भारत को तोड़कर अलग देश बनाने की मांग कर रहे हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती कांग्रेस के ऐसे एजेंडे को कभी स्वीकार नहीं करेगी।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने यह भी ऐलान किया है कि आपकी जो भी जमा पूँजी है वह पूरी की पूरी लोगों की संतानों को नहीं मिलेगी। लोगों के न रहने पर उनकी पैतृक कमाई में से आधा हिस्सा कांग्रेस विरासत टैक्स लगाकर वसूल करना चाहती है। लेकिन कांग्रेस के ऐसे सपने कभी पूरा नहीं हो सकते हैं। महाराष्ट्र बाबा साहेब अंबेडकर, छत्रपती साहू जी महाराज और ज्योतिबा फुले की धरती है। महाराष्ट्र की यह धरती सामाजिक न्याय का प्रतीक है, लेकिन कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने सामाजिक न्याय की हत्या करने की ठान ली है। हमेशा बाबा साहेब का अपमान करने वाली कांग्रेस अब दलितों और पिछड़ों की के आरक्षण छीनने की साजिश रच रही है। बाबा साहब अंबेडकर ने देश के संविधान में स्पष्ट तौर पर लिखा था कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। मगर कांग्रेस पूरे देश में धर्म आधारित आरक्षण के लिए जोर लगा रही है। कांग्रेस कर्नाटक के आरक्षण मॉडल को महाराष्ट्र सहित पूरे देश में लागू करना चाहती है। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण से चोरी कर, धर्म के आधार पर विशेष समुदाय को देने का षड्यन्त्र किया है। कांग्रेस ने रातों-रात एक कागज पर ठप्पा लगाकर, एक वर्ग विशेष को ओबीसी बना दिया। कांग्रेस ने ओबीसी के हक पर डाका डाला है और ये लोग पूरे देश में भी यही करना चाहते हैं। 2012 में यूपीए सरकार ने ये कोशिश की थी, लेकिन तब ये सफल नहीं हो पाए थे, इसीलिए कांग्रेस अब संविधान बदलकर दलित-पिछड़ों का आरक्षण धर्म के आधार पर बांटना चाहती है। जिन लोगों ने कर्नाटक में पिछड़ों का आरक्षण छीना है उन्हें देश में बिल्कुल भी सफलता नहीं मिलनी चाहिए।