रेल – 8 समस्याओं का 12 भाषाओं में मिलेगा समाधान सिर्फ एक ही नंबर पर 139

इसलिए हम कह रहे हैं - भूल जाओ सबकुछ - याद रखो अब सिर्फ..139 एक ही नंबर – 139. अगर आप रेलवे में सफर कर रहे हैं तो बाकी सारे नंबर भूल जाइए . इस नये वर्ष 2020 में अब सिर्फ एक ही नंबर आपको याद रखने की जरूरत है – 139.

नए साल के आगाज के साथ ही रेलवे ने अपने हेल्पलाइन नंबर सिस्टम में बड़ा बदलाव कर दिया है. अब से आपको रेलवे में सफर करने के दौरान अलग-अलग नंबर याद रखने की जरूरत नहीं हैं. नए साल के इस नये नियम के मुताबिक अब आपको हमेशा एक ही नंबर याद रखने की जरूरत है- 139.

इस बड़े बदलाव की जानकारी केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके दी. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ट्वीट में लिखा ,

“ रेलवे के विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों को एकीकृत कर 139 में बदल दिया गया है, यह नंबर इंटरएक्टिव वॉइस रिस्पांस पर आधारित है. यह व्यवस्था 1 जनवरी से लागू की जा रही है. इसके शुरु होने पर यात्रियों को सहायता के लिए अलग-अलग नंबरों के स्थान पर सिर्फ एक हेल्पलाइन नंबर 139 को याद रखना होगा. “.

अब 139 पर कॉल करके यात्री मेडिकल इमरजेंसी, साफ-सफाई , कैटरिंग और कोच की देखभाल जैसी समस्याओं के अलावा रेल दुर्घटना और भ्रष्टाचार से जुड़ी जानकारी भी दे सकते हैं. यह हेल्पलाइन सेवा 12 भाषाओं में उपलब्ध है.

दरअसल , 1 जनवरी से भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 139 को लेकर बड़ा बदलाव किया है. अब सिर्फ इसी नंबर पर कॉल करके रेलवे की विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है.

आपको बता दें कि इससे पहले रेलवे में यात्री सुविधा और सेवा के कई हेल्पलाइन नंबर कार्य कर रहे थे और लोगों के लिए सभी नंबर को याद रखना आसान नहीं था. लेकिन अब सिर्फ 139 नंबर का इस्‍तेमाल करके यात्री रेलवे से जुड़ी हर समस्‍या का निपटारा कर सकते हैं.इससे यात्रियों को अलग-अलग कई नंबर याद रखने की समस्या से मुक्ति मिल गई है.

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