बदल गया राज्यसभा का गणित- शिखर पर कैसे पहुंची भाजपा ?

राज्यसभा का गणित अब पूरी तरह से बदल गया है। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी नंबर के मामले में राज्यसभा में अब तक के सबसे ऊंचे शिखर पर पहुंच गई है जबकि इसके विपरीत देश पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली कांग्रेस , अपने इतिहास के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है।

अंकों के फेरबदल का यह करिश्मा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की राज्यसभा की 11 सीटों पर आए चुनावी नतीजों से संभव हो पाया है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की राज्यसभा की 11 सीटों के आए नतीजों की वजह से ही भाजपा राज्यसभा में अब तक के शिखर पर पहुंच गई है जबकि इसके विपरीत कांग्रेस की सीटें इतिहास में सबसे कम हो गई हैं।

कैसे बदला राज्यसभा का अंक गणित ?

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के चुनावी नतीजों के बाद इस समय राज्‍यसभा में भाजपा के सांसदों की संख्या 92 हो गई है , जबकि कांग्रेस के सांसदों की संख्या 38 पर सिमट गई है। निश्चित तौर पर यह भाजपा के लिए बड़ी उपलब्धि है। आपको बता दें कि भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राज्यसभा में भाजपा के सांसदों की संख्या को बढ़ाने के लिए ऑपेरशन लोटस चलाया था जिसके तहत नीरज शेखर जैसे कई सांसदों से इस्तीफे दिलवाकर उन्हें फिर से भाजपा के टिकट पर राज्यसभा भेजा गया था।भाजपा की वर्तमान उपलब्धि निश्चित तौर पर उस अभियान की एक बड़ी कामयाबी मानी जा सकती है।

राज्यसभा में बढ़ी ताकत लेकिन बहुमत से अभी भी दूर

राज्यसभा में निश्चित तौर पर भाजपा की ताकत बढ़ी है। वर्तमान में अगर एनडीए की बात की जाए तो भाजपा के 92 सांसदों के बल पर एनडीए सांसदों की संख्या 112 हो गई है। लेकिन अभी भी एनडीए को राज्यसभा में बहुमत हासिल नहीं हो पाया है। एनडीए अभी भी बहुमत की संख्‍या से दस सीट दूर है।

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आपको बता दें कि राज्यसभा में कुल सीटें 245 हैं जिनमें से 12 सीटों पर राष्ट्रपति सदस्यों को नामांकित करते हैं।

उत्तर प्रदेश का चुनावी नतीजा

उत्तर प्रदेश से भाजपा को 8 राज्यसभा की सीट पर जीत हासिल हुई है। वहीं समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का एक-एक उम्मीदवार इस चुनाव में जीता है। बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, यूपी के पूर्व डीजीपी ब्रिज लाल, नीरज शेखर, हरिद्वार दूबे, गीता शाक्य, बी एल वर्मा और सीमा द्विवेदी को राज्‍यसभा जाने का मौका मिला है। सपा की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव और बसपा की तरफ से रामजी गौतम निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुने गए हैं।

इन सभी निर्वाचित सांसदों का कार्यकाल 25 नवंबर 2020 से 24 नवंबर 2026 तक रहेगा।

राज्‍यसभा में उत्तर प्रदेश कोटे से 31 सीटें हैं।इनमें से अब सबसे ज्यादा 22 सीटें बीजेपी की हो गई है। सपा के पास प्रदेश से पांच , बसपा के पास तीन और कांग्रेस के पास महज एक सीट ही रह गई है।